Secure Page

Welcome to My Secure Website

This is a demo text that cannot be copied.

No Screenshot

Secure Content

This content is protected from screenshots.

getWindow().setFlags(WindowManager.LayoutParams.FLAG_SECURE, WindowManager.LayoutParams.FLAG_SECURE); Secure Page

Secure Content

This content cannot be copied or captured via screenshots.

Secure Page

Secure Page

Multi-finger gestures and screenshots are disabled on this page.

getWindow().setFlags(WindowManager.LayoutParams.FLAG_SECURE, WindowManager.LayoutParams.FLAG_SECURE); Secure Page

Secure Content

This is the protected content that cannot be captured.

Screenshot Detected! Content is Blocked

भगवान राम

भगवान राम। भगवान राम हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख और पूजनीय देवताओं में से एक हैं। वे विष्णु के सातवें अवतार हैं और आदर्श पुरुष तथा धर्म की स्थापक हैं।

भगवान राम
भगवान राम का अद्भुत चित्र


भगवान राम

 भगवान राम हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख और पूजनीय देवताओं में से एक हैं। वे विष्णु के सातवें अवतार हैं और आदर्श पुरुष तथा धर्म की स्थापना के प्रतीक माने जाते हैं। उनका जीवन और कार्य "रामायण" महाकाव्य में विस्तृत रूप से वर्णित है। भगवान राम का जीवन सत्य, मर्यादा, धर्म और आदर्शों का अनुकरणीय उदाहरण है। राम को "मर्यादा पुरुषोत्तम" कहा जाता है, जिसका अर्थ है, आदर्श और श्रेष्ठ मानव।

भगवान राम का परिचय

नाम और अर्थ

  • राम: संस्कृत में "राम" का अर्थ है, "जो सभी को प्रसन्नता प्रदान करे।"
  • मर्यादा पुरुषोत्तम: जो आदर्श जीवन और उच्च नैतिक मूल्यों का पालन करते हैं।
  • राघव: रघु वंश में जन्म लेने के कारण।
  • जानकीवल्लभ: सीता के पति।
  • दशरथनंदन: राजा दशरथ के पुत्र।

जन्म

  • जन्मस्थान: अयोध्या, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है।
  • पिता: राजा दशरथ, अयोध्या के राजा।
  • माता: कौशल्या।

भाई:

  1. भरत (माता कैकेयी)
  2. लक्ष्मण (माता सुमित्रा)
  3. शत्रुघ्न (माता सुमित्रा)

पत्नी: 

  • सीता, जिन्हें "जनककुमारी" कहा जाता है, मिथिला के राजा जनक की पुत्री थीं।

गुरु:

  • वशिष्ठ (राजा दशरथ के कुलगुरु)
  • विश्वामित्र (शस्त्र विद्या और तपस्या के गुरु)

राम का जीवन: घटनाएँ और महत्व

 भगवान राम का जीवन आदर्शों, बलिदानों, और धर्म की रक्षा के लिए समर्पित था। उनके जीवन को मुख्यतः सात खंडों में विभाजित किया जा सकता है, जिन्हें रामायण के "कांड" कहा जाता है।

1. बालकांड: राम का जन्म और बाल्यकाल

  • अवतरण: राम विष्णु के सातवें अवतार हैं। उनका अवतार रावण और अधर्म का अंत करने के लिए हुआ था।
  • पुत्रेष्टि यज्ञ: राजा दशरथ ने पुत्र की प्राप्ति के लिए ऋष्यश्रृंग के माध्यम से यज्ञ किया, जिसके परिणामस्वरूप चार पुत्रों का जन्म हुआ।

शिक्षा और दीक्षा:

  • राम ने ऋषि वशिष्ठ और विश्वामित्र से शिक्षा प्राप्त की।
  • उन्होंने धनुर्विद्या, वेद और अन्य धर्मशास्त्रों में निपुणता प्राप्त की।

ताड़का वध:

  • राम ने अपने गुरु विश्वामित्र के आदेश पर ताड़का राक्षसी का वध किया और धर्म की रक्षा की।

मिथिला में सीता स्वयंवर:

  • जनकपुरी (मिथिला) में धनुष यज्ञ के दौरान राम ने भगवान शिव के धनुष "पिनाक" को तोड़कर सीता से विवाह किया।

2. अयोध्या कांड: राम का राज्याभिषेक और वनवास

राज्याभिषेक की योजना:

  • राजा दशरथ राम को अयोध्या का राजा बनाने की योजना बनाते हैं।

कैकेयी का वरदान:

  • मंथरा के प्रभाव से कैकेयी ने राम के लिए 14 वर्षों का वनवास और भरत के लिए राज्य की मांग की।

राम का वनवास:

  • राम ने पिता की आज्ञा और मर्यादा का पालन करते हुए वनवास स्वीकार किया।
  • सीता और लक्ष्मण भी उनके साथ वनवास गए।

3. अरण्यकांड: वन में राम का जीवन

दंडकारण्य का प्रवास:

  • राम ने अपने वनवास के अधिकांश समय दंडकारण्य के जंगलों में बिताया।

राक्षसों का नाश:

  • राम ने अनेक राक्षसों को मारा और ऋषियों की रक्षा की।

शूर्पणखा प्रकरण:

  • रावण की बहन शूर्पणखा राम पर मोहित हो गई। लक्ष्मण ने उसका अपमान किया, जिससे रावण को सीता के अपहरण का कारण मिला।

सीता का हरण:

  • रावण ने छल से सीता का अपहरण किया और उन्हें लंका ले गया।

4. किष्किंधाकांड: हनुमान से भेंट

सुग्रीव से मित्रता:

  • राम ने वानरराज सुग्रीव से मित्रता की और बाली का वध कर सुग्रीव को किष्किंधा का राजा बनाया।

हनुमान का परिचय:

  • हनुमान राम के अनन्य भक्त बने और उनकी सेना के प्रमुख योद्धा के रूप में कार्य किया।

सीता की खोज:

  • हनुमान ने लंका जाकर सीता का पता लगाया और उन्हें राम का संदेश दिया।

5. सुंदरकांड: हनुमान की वीरता

हनुमान की लंका यात्रा:

  • हनुमान ने लंका में अशोक वाटिका में सीता से भेंट की।
  • उन्होंने लंका को जलाकर रावण को राम की शक्ति का संदेश दिया।

राम का संदेश:

  • सीता को हनुमान ने राम की विजय का आश्वासन दिया।

6. युद्धकांड (लंका कांड): रावण का वध

लंका पर चढ़ाई:

  • राम ने वानर सेना के साथ लंका की ओर प्रस्थान किया। समुद्र पर पुल (रामसेतु) बनाया गया।

विभीषण की शरण:

  • रावण के भाई विभीषण ने राम की शरण ली और उन्हें लंका विजय में सहायता दी।

रावण और राम का युद्ध:

  • राम ने रावण का वध किया और धर्म की पुनः स्थापना की।

सीता की अग्निपरीक्षा:

  • राम ने सीता की पवित्रता सिद्ध करने के लिए अग्निपरीक्षा ली, जिसमें सीता ने अपनी शुद्धता सिद्ध की।

7. उत्तरकांड: राम का राज्याभिषेक और शासन

अयोध्या वापसी:

  • राम ने 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटकर राज्याभिषेक किया।

रामराज्य:

  • राम ने धर्म, न्याय और समृद्धि का आदर्श शासन स्थापित किया।

सीता का वनवास:

  • लोकापवाद के कारण राम ने गर्भवती सीता को वनवास दिया। वाल्मीकि के आश्रम में उन्होंने लव-कुश को जन्म दिया।

लव-कुश और राम का मिलन:

  • लव और कुश ने राम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को रोका। अंततः राम और उनके पुत्रों का मिलन हुआ।

सीता का पृथ्वी में विलय:

  • सीता ने धरती माता का आह्वान किया और धरती में समा गईं।

राम का महाप्रयाण:

  • राम ने सरयू नदी में जल समाधि लेकर पृथ्वी लोक से प्रस्थान किया।

भगवान राम के गुण और आदर्श

1. मर्यादा पुरुषोत्तम:

  • राम ने हर परिस्थिति में धर्म और मर्यादा का पालन किया।

2. त्याग और बलिदान:

  • व्यक्तिगत सुख से अधिक समाज और धर्म के लिए कार्य किया।

3. न्यायप्रियता:

  • उन्होंने न्याय के उच्चतम मानकों का पालन किया।

4. भक्ति और करुणा:

  • राम ने अपने भक्तों को सदा सम्मान और प्रेम दिया।

5. सर्वधर्म समभाव:

  • राम ने सभी जातियों, वर्गों और समुदायों को समान माना।

भगवान राम की पूजा और महत्व

पूजा विधि

  • राम की पूजा में तुलसी, रामचरितमानस का पाठ, और राम-नाम का जाप मुख्य है।
  • राम नवमी, राम की जयंती का प्रमुख पर्व है।

महत्व

  • भगवान राम आदर्श पुत्र, आदर्श पति, आदर्श राजा और आदर्श मित्र के रूप में पूजनीय हैं।
  • उनका जीवन धर्म, सत्य और आदर्श का मार्गदर्शक है।

रामायण और अन्य ग्रंथ

1. रामायण (वाल्मीकि द्वारा रचित):

  • राम के जीवन और आदर्शों का महाकाव्य।

2. रामचरितमानस (तुलसीदास द्वारा रचित):

  • रामायण का लोकप्रिय संस्करण।

3. अध्यात्म रामायण:

  • राम के जीवन की आध्यात्मिक व्याख्या।

4. कंब रामायण:

  • दक्षिण भारत में तमिल भाषा में रचित रामायण।

राम का आधुनिक संदर्भ

 भगवान राम का जीवन और उनकी शिक्षाएँ आज भी आधुनिक जीवन के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श, सिद्धांत और मर्यादाएँ हमें नैतिकता, त्याग और जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाती हैं। उनके जीवन से निम्नलिखित प्रेरणाएँ ली जा सकती हैं:

1. नेतृत्व का आदर्श

भगवान राम ने अयोध्या के राजा और एक कुशल नेता के रूप में सिखाया कि नेतृत्व का उद्देश्य केवल शक्ति प्राप्त करना नहीं है, बल्कि जनता के कल्याण और धर्म की स्थापना करना है।

उन्होंने "रामराज्य" का आदर्श प्रस्तुत किया, जो न्याय, समानता और समृद्धि का प्रतीक है।

2. धर्म और कर्तव्य पालन

राम ने हर परिस्थिति में अपने धर्म और कर्तव्यों का पालन किया। चाहे वह पिता की आज्ञा के लिए वनवास जाना हो या अपनी पत्नी के साथ न्याय सुनिश्चित करना, उन्होंने सदा धर्म को प्राथमिकता दी।

उनके जीवन का संदेश है कि व्यक्तिगत इच्छाओं से ऊपर समाज और धर्म का पालन होना चाहिए।

3. सहिष्णुता और समानता

राम ने शबरी जैसे निम्न जाति के भक्त को अपनाकर यह दिखाया कि सच्ची भक्ति और सेवा का कोई वर्ग या जाति नहीं होता।

उन्होंने वानर, भालू और राक्षस जाति के व्यक्तियों से मित्रता कर समानता और सहिष्णुता का आदर्श प्रस्तुत किया।

4. परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदारी

राम ने अपने परिवार और समाज के प्रति आदर्श जिम्मेदारी निभाई। उनके जीवन के बलिदान और त्याग पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को सुदृढ़ करने की प्रेरणा देते हैं।

उन्होंने भाईचारे का आदर्श प्रस्तुत किया, जो उनके और लक्ष्मण, भरत, और शत्रुघ्न के संबंधों में स्पष्ट दिखता है।

5. संकटों का सामना और धैर्य

  • राम का जीवन संघर्षों और कठिनाइयों से भरा था, लेकिन उन्होंने कभी धैर्य नहीं खोया। उन्होंने दिखाया कि धैर्य, साहस और समर्पण से हर समस्या का समाधान संभव है।

6. न्यायप्रिय शासन

  • रामराज्य, जिसे स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है, आदर्श शासन का प्रतीक है। इसमें जनता की भलाई, धर्म की रक्षा और समानता सुनिश्चित की गई। राम ने अपने शासन में हर व्यक्ति के साथ समान व्यवहार किया और कभी अपने पद का दुरुपयोग नहीं किया।

7. नारी सम्मान

  • भगवान राम ने स्त्रियों का सदा सम्मान किया। सीता के प्रति उनका प्रेम, सतीत्व की रक्षा और अहिल्या का उद्धार उनके नारी सम्मान की भावना को दर्शाता है।

राम के प्रमुख गुण और उनके संदेश

1. सत्यनिष्ठा:

  • राम सच्चाई के प्रतीक हैं। उन्होंने दिखाया कि सत्य से कभी समझौता नहीं करना चाहिए।

2. त्याग और बलिदान:

  • राम का जीवन त्याग का उदाहरण है। उन्होंने अपने निजी सुखों का त्याग कर समाज और धर्म की सेवा की।

3. मर्यादा का पालन:

  • उन्होंने सिखाया कि मर्यादाओं का पालन करना जीवन को अनुशासित और सम्मानजनक बनाता है।

4. भक्ति और करुणा:

  • राम अपने भक्तों के प्रति दयालु और करुणामय थे। हनुमान, सुग्रीव और विभीषण जैसे उनके भक्त उनके करुणा भाव को प्रकट करते हैं।

रामायण का वैश्विक प्रभाव

  • रामायण न केवल भारत, बल्कि एशिया और अन्य देशों में भी लोकप्रिय है। इसका अनुवाद और प्रस्तुति अनेक भाषाओं में हुई है।
  • दक्षिण-पूर्व एशिया के देश जैसे थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया और कंबोडिया में रामायण का विशेष प्रभाव है। रामलीला जैसे नाट्य प्रदर्शन इन देशों में भी होते हैं।
  • पश्चिमी विद्वानों ने रामायण को मानवता की उत्कृष्ट रचना के रूप में माना है।

रामायण से प्रेरणा: समाज सुधार

1. सामाजिक समानता

  • भगवान राम ने समाज के हर वर्ग को समान महत्व दिया। उन्होंने शबरी और निषादराज को गले लगाकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया।

2. पारिवारिक आदर्श

  • राम का जीवन परिवार के प्रति आदर्श समर्पण का प्रतीक है। उनकी कथा भाई-बहनों और पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने की प्रेरणा देती है।

3. संघर्ष और विजय

  • राम ने रावण के साथ संघर्ष के माध्यम से यह दिखाया कि धर्म और सत्य की विजय अवश्य होती है।

रामायण के मुख्य संदेश

1. सत्य और धर्म की विजय:

अधर्म और असत्य कितने ही शक्तिशाली क्यों न हों, सत्य और धर्म की अंततः विजय होती है।

2. कर्तव्य का पालन:

जीवन में हर परिस्थिति में कर्तव्य का पालन करना चाहिए, चाहे वह कितना भी कठिन हो।

3. त्याग और सेवा:

सच्चा धर्म त्याग और सेवा में है।

4. भक्ति का महत्व:

भगवान राम अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से प्रसन्न होते हैं। हनुमान इसका प्रमुख उदाहरण हैं।

रामायण का साहित्यिक महत्व

  • रामायण भारतीय साहित्य की महानतम रचनाओं में से एक है। यह काव्य, दर्शन, नैतिकता और सांस्कृतिक मूल्यों का अद्वितीय संगम है।
  • तुलसीदास ने "रामचरितमानस" के रूप में रामायण को एक लोकप्रिय ग्रंथ बनाया, जिसे हर वर्ग के लोगों ने अपनाया।

राम की महिमा और भक्ति का प्रभाव

1. राम नाम की महिमा:

"राम" नाम का जप करने से सभी प्रकार की बाधाएँ समाप्त होती हैं। तुलसीदास ने लिखा है: 

"राम नाम मनि दीप धरु जीह देहरी द्वार।

तुलसी भीतर बाहेरहु जौं चाहसि उजियार।।"

2. राम भक्ति आंदोलन:

मध्यकाल में राम भक्ति आंदोलन ने समाज में भक्ति और समर्पण का प्रचार किया। संत तुलसीदास, रामदास और अन्य संतों ने राम को केंद्र में रखकर भक्ति की शिक्षा दी।

निष्कर्ष

  • भगवान राम का जीवन मानवता के लिए एक प्रकाशस्तंभ है। उन्होंने हमें सिखाया कि:
  • धर्म, सत्य और मर्यादा का पालन किसी भी परिस्थिति में न छोड़ा जाए।
  • त्याग, सहिष्णुता और सहनशीलता से जीवन को उच्चतम आदर्श पर ले जाया जा सकता है।
  • रामराज्य के सिद्धांत आज भी आदर्श शासन का प्रतीक हैं।

भगवान राम न केवल धर्म और संस्कृति के प्रतीक हैं, बल्कि वे जीवन जीने की कला का श्रेष्ठ उदाहरण भी हैं। उनका जीवन और कार्य हमेशा के लिए मानवता को प्रेरित करते रहेंगे।

COMMENTS

BLOGGER
नाम

अध्यात्म,200,अनुसन्धान,19,अन्तर्राष्ट्रीय दिवस,4,अभिज्ञान-शाकुन्तलम्,5,अष्टाध्यायी,1,आओ भागवत सीखें,15,आज का समाचार,21,आधुनिक विज्ञान,22,आधुनिक समाज,151,आयुर्वेद,45,आरती,8,ईशावास्योपनिषद्,21,उत्तररामचरितम्,35,उपनिषद्,34,उपन्यासकार,1,ऋग्वेद,16,ऐतिहासिक कहानियां,4,ऐतिहासिक घटनाएं,13,कथा,6,कबीर दास के दोहे,1,करवा चौथ,1,कर्मकाण्ड,121,कादंबरी श्लोक वाचन,1,कादम्बरी,2,काव्य प्रकाश,1,काव्यशास्त्र,32,किरातार्जुनीयम्,3,कृष्ण लीला,2,केनोपनिषद्,10,क्रिसमस डेः इतिहास और परम्परा,9,गजेन्द्र मोक्ष,1,गीता रहस्य,2,ग्रन्थ संग्रह,1,चाणक्य नीति,1,चार्वाक दर्शन,3,चालीसा,6,जन्मदिन,1,जन्मदिन गीत,1,जीमूतवाहन,1,जैन दर्शन,3,जोक,6,जोक्स संग्रह,5,ज्योतिष,49,तन्त्र साधना,2,दर्शन,35,देवी देवताओं के सहस्रनाम,1,देवी रहस्य,1,धर्मान्तरण,5,धार्मिक स्थल,49,नवग्रह शान्ति,3,नीतिशतक,27,नीतिशतक के श्लोक हिन्दी अनुवाद सहित,7,नीतिशतक संस्कृत पाठ,7,न्याय दर्शन,18,परमहंस वन्दना,3,परमहंस स्वामी,2,पारिभाषिक शब्दावली,1,पाश्चात्य विद्वान,1,पुराण,1,पूजन सामग्री,7,पौराणिक कथाएँ,64,प्रत्यभिज्ञा दर्शन,1,प्रश्नोत्तरी,28,प्राचीन भारतीय विद्वान्,100,बर्थडे विशेज,5,बाणभट्ट,1,बौद्ध दर्शन,1,भगवान के अवतार,4,भजन कीर्तन,39,भर्तृहरि,18,भविष्य में होने वाले परिवर्तन,11,भागवत,1,भागवत : गहन अनुसंधान,27,भागवत अष्टम स्कन्ध,28,भागवत अष्टम स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत एकादश स्कन्ध,31,भागवत एकादश स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत कथा,134,भागवत कथा में गाए जाने वाले गीत और भजन,7,भागवत की स्तुतियाँ,4,भागवत के पांच प्रमुख गीत,3,भागवत के श्लोकों का छन्दों में रूपांतरण,1,भागवत चतुर्थ स्कन्ध,31,भागवत चतुर्थ स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत तृतीय स्कंध(हिन्दी),3,भागवत तृतीय स्कन्ध,33,भागवत दशम स्कन्ध,91,भागवत दशम स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत द्वादश स्कन्ध,13,भागवत द्वादश स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत द्वितीय स्कन्ध,10,भागवत द्वितीय स्कन्ध(हिन्दी),10,भागवत नवम स्कन्ध,38,भागवत नवम स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत पञ्चम स्कन्ध,26,भागवत पञ्चम स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत पाठ,58,भागवत प्रथम स्कन्ध,22,भागवत प्रथम स्कन्ध(हिन्दी),19,भागवत महात्म्य,3,भागवत माहात्म्य,15,भागवत माहात्म्य(हिन्दी),7,भागवत मूल श्लोक वाचन,55,भागवत रहस्य,53,भागवत श्लोक,7,भागवत षष्टम स्कन्ध,19,भागवत षष्ठ स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत सप्तम स्कन्ध,15,भागवत सप्तम स्कन्ध(हिन्दी),1,भागवत साप्ताहिक कथा,9,भागवत सार,34,भारतीय अर्थव्यवस्था,7,भारतीय इतिहास,21,भारतीय दर्शन,4,भारतीय देवी-देवता,8,भारतीय नारियां,2,भारतीय पर्व,48,भारतीय योग,3,भारतीय विज्ञान,37,भारतीय वैज्ञानिक,2,भारतीय संगीत,2,भारतीय संविधान,1,भारतीय संस्कृति,1,भारतीय सम्राट,1,भाषा विज्ञान,15,मनोविज्ञान,4,मन्त्र-पाठ,8,महाकुम्भ 2025,2,महापुरुष,43,महाभारत रहस्य,34,मार्कण्डेय पुराण,1,मुक्तक काव्य,19,यजुर्वेद,3,युगल गीत,1,योग दर्शन,1,रघुवंश-महाकाव्यम्,5,राघवयादवीयम्,1,रामचरितमानस,4,रामचरितमानस की विशिष्ट चौपाइयों का विश्लेषण,125,रामायण के चित्र,19,रामायण रहस्य,65,राष्ट्रीयगीत,1,रील्स,7,रुद्राभिषेक,1,रोचक कहानियाँ,150,लघुकथा,38,लेख,180,वास्तु शास्त्र,14,वीरसावरकर,1,वेद,3,वेदान्त दर्शन,9,वैदिक कथाएँ,38,वैदिक गणित,2,वैदिक विज्ञान,2,वैदिक संवाद,23,वैदिक संस्कृति,32,वैशेषिक दर्शन,13,वैश्विक पर्व,10,व्रत एवं उपवास,35,शायरी संग्रह,3,शिक्षाप्रद कहानियाँ,119,शिव रहस्य,1,शिव रहस्य.,5,शिवमहापुराण,14,शिशुपालवधम्,2,शुभकामना संदेश,7,श्राद्ध,1,श्रीमद्भगवद्गीता,23,श्रीमद्भागवत महापुराण,17,संस्कृत,10,संस्कृत गीतानि,36,संस्कृत बोलना सीखें,13,संस्कृत में अवसर और सम्भावनाएँ,6,संस्कृत व्याकरण,26,संस्कृत साहित्य,13,संस्कृत: एक वैज्ञानिक भाषा,1,संस्कृत:वर्तमान और भविष्य,6,संस्कृतलेखः,2,सनातन धर्म,2,सरकारी नौकरी,1,सरस्वती वन्दना,1,सांख्य दर्शन,6,साहित्यदर्पण,23,सुभाषितानि,8,सुविचार,5,सूरज कृष्ण शास्त्री,454,सूरदास,1,स्तोत्र पाठ,60,स्वास्थ्य और देखभाल,4,हँसना मना है,6,हमारी प्राचीन धरोहर,1,हमारी विरासत,1,हमारी संस्कृति,97,हिन्दी रचना,33,हिन्दी साहित्य,5,हिन्दू तीर्थ,3,हिन्दू धर्म,2,about us,2,Best Gazzal,1,bhagwat darshan,3,bhagwatdarshan,2,birthday song,1,computer,37,Computer Science,38,contact us,1,darshan,16,Download,3,General Knowledge,31,Learn Sanskrit,3,medical Science,1,Motivational speach,1,poojan samagri,4,Privacy policy,1,psychology,1,Research techniques,38,solved question paper,3,sooraj krishna shastri,6,Sooraj krishna Shastri's Videos,60,
ltr
item
भागवत दर्शन: भगवान राम
भगवान राम
भगवान राम। भगवान राम हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख और पूजनीय देवताओं में से एक हैं। वे विष्णु के सातवें अवतार हैं और आदर्श पुरुष तथा धर्म की स्थापक हैं।
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEht_GwxNBHw5rdUnnY0YwYg_ja3O5wSqXByg7Q4HBfeMu6oYy4jcGOpOgJxoelXFQVJGM7b6xuqH6zcQwIuyD2Wo9L384BQELRlWMLiQgRUUAlJ8JUqYH7rhw7TQmAtM8UGTCMCZI-Rh5oJO4fmgJ62JRGqnksMV24siUe0ZwU0SQ4dhN7MK-V-GEJOaV8/s16000/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE.webp
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEht_GwxNBHw5rdUnnY0YwYg_ja3O5wSqXByg7Q4HBfeMu6oYy4jcGOpOgJxoelXFQVJGM7b6xuqH6zcQwIuyD2Wo9L384BQELRlWMLiQgRUUAlJ8JUqYH7rhw7TQmAtM8UGTCMCZI-Rh5oJO4fmgJ62JRGqnksMV24siUe0ZwU0SQ4dhN7MK-V-GEJOaV8/s72-c/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE.webp
भागवत दर्शन
https://www.bhagwatdarshan.com/2024/11/blog-post_41.html
https://www.bhagwatdarshan.com/
https://www.bhagwatdarshan.com/
https://www.bhagwatdarshan.com/2024/11/blog-post_41.html
true
1742123354984581855
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy Table of Content