प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen): स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य

Sooraj Krishna Shastri
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  यह "प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen)" पर आधारित एक अत्यंत सूचनाप्रद और सुव्यवस्थित लेख है, जो ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की ओर संकेत करती है। मैं इसे एक संक्षिप्त और व्यवस्थित लेख के रूप में इस प्रकार प्रस्तुत कर रहा हूँ:


प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen): स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य

प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen): स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य
प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen): स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य


परिचय

हाल ही में फ्रांस ने दुनिया के अब तक के सबसे बड़े प्राकृतिक हाइड्रोजन भंडार की खोज की घोषणा की है, जिसकी अनुमानित मात्रा 46 मिलियन टन और वर्तमान अनुमानित कीमत 92 ट्रिलियन डॉलर है। यह खोज ऊर्जा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है, जो ग्रीन एनर्जी के भविष्य को एक नई दिशा दे सकता है।


1. क्या है प्राकृतिक हाइड्रोजन (White Hydrogen)?

प्राकृतिक हाइड्रोजन वह हाइड्रोजन है जो भूगर्भ में स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होती है। इसे White Hydrogen या Geologic Hydrogen भी कहा जाता है। यह निम्नलिखित प्रक्रियाओं से बनती है:

  • Serpentinization: आयरन युक्त चट्टानों और पानी की प्रतिक्रिया से।
  • Radiolysis: रेडियोधर्मी तत्वों और पानी की प्रतिक्रिया से।
  • Deep Mantle Degassing: पृथ्वी की गहराइयों में कार्बनिक पदार्थों के विघटन से।

यह हाइड्रोजन प्राकृतिक गैस की तरह ही खोजी जाती है—सर्वे, अन्वेषण और ड्रिलिंग की प्रक्रिया द्वारा।


2. कहां-कहां है इसका भंडार?

प्राकृतिक हाइड्रोजन के भंडार विश्व के कई देशों में पाए गए हैं:

  • फ्रांस, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, कनाडा, स्पेन
  • भारत में संभावित भंडार: लगभग 3475 मिलियन टन (विशेषतः अंडमान क्षेत्र में प्रारंभिक संकेत)

3. हाइड्रोजन के प्रकार व उनका अंतर

हाइड्रोजन को उसकी उत्पादन विधि के आधार पर रंगों में वर्गीकृत किया गया है:

प्रकार स्रोत पर्यावरणीय प्रभाव
Black कोयले से अत्यधिक प्रदूषणकारी
Grey मीथेन (Steam Methane Reforming) मध्यम प्रदूषणकारी
Blue Grey + Carbon Capture कम प्रदूषणकारी
Green रिन्यूएबल ऊर्जा से जल का विघटन लगभग शून्य उत्सर्जन
White भूगर्भीय स्रोत स्वाभाविक, अत्यंत स्वच्छ

4. White Hydrogen के लाभ

  1. कम कार्बन उत्सर्जन: जलने पर न्यूनतम उत्सर्जन
  2. उत्पादन लागत कम: Green Hydrogen की तुलना में सस्ता
  3. ऊर्जा क्षमता अधिक: USGS के अनुसार केवल 2% दोहन से 200 वर्षों तक वैश्विक मांग की पूर्ति
  4. ऊर्जा सुरक्षा: ट्रांसपोर्ट, स्टील और भारी उद्योगों में उपयोगी

5. उपयोग के क्षेत्र

  • विमानन
  • शिपिंग
  • स्टील उत्पादन
  • हैवी इंडस्ट्रीज़
  • ट्रांसपोर्टेशन (ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भारी कमी लाने हेतु)

इसे Natural Gold भी कहा जा रहा है क्योंकि यह ऊर्जा क्षेत्र में उतनी ही मूल्यवान है जितना सोना अर्थव्यवस्था में।


6. भारत में संभावनाएं

  • भारत में हाइड्रोजन की मांग वर्ष 2070 तक 50 मिलियन टन/वर्ष हो सकती है।
  • प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त White Hydrogen इस मांग को स्वच्छ और सस्ते तरीके से पूरा कर सकता है।
  • अंडमान जैसे क्षेत्रों में संभावित भंडार भविष्य के लिए बड़ी उम्मीद बनकर उभरे हैं।

निष्कर्ष

White Hydrogen ऊर्जा के क्षेत्र में अगली क्रांति बन सकता है। यह न केवल पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा का एक मजबूत स्तंभ भी बन सकता है। भारत को इस दिशा में अनुसंधान और निवेश को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिससे वह न केवल आत्मनिर्भर बन सके बल्कि वैश्विक नेतृत्व की ओर भी अग्रसर हो।

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