
Jyotish: ज्योतिष के अद्भुत फलित सूत्र
Jyotish: ज्योतिष के अद्भुत फलित सूत्र 1. यदि किसी जातक के जन्मलग्न को एक से अधिक शुभ ग्रह एवं केन्द्र-त्रिकोणादि के स्व…
Jyotish: ज्योतिष के अद्भुत फलित सूत्र 1. यदि किसी जातक के जन्मलग्न को एक से अधिक शुभ ग्रह एवं केन्द्र-त्रिकोणादि के स्व…
जैमिनि पद्धति के चर, स्थिर और द्विस्वभाव राशियों की दृष्टि “ दृष्टिचक्रोद्धार ” विषयक श्लोकों का शास्त्रीय, व्यवस्थित,…
मेष आदि राशियों की दृष्टि का विश्लेषण प्रस्तुत विषय "राशियों की दृष्टि" वैदिक ज्योतिष के एक विशिष्ट और गूढ़…
भाव, भावेश और नित्य कारक के त्रैतीय दृष्टिकोण से फल विचार आज हम "भाव, भावेश, नित्य कारक और त्रिविध लग्न सिद्धांत&q…
बृहत् पाराशर होरा शास्त्र के आधार पर भाव विचार सिद्धान्त (भाव, भावेश, कारक, त्रिविध लग्न) को सूत्र निम्न श्लोक बृहत् पा…
12 भावों के नाम, उनके कारकत्व और ग्रहाधारित दृष्टिकोण "भावों के नाम, उनके कारकत्व और ग्रहाधारित दृष्टिकोण" स…
भारतीय आयुर्वेदिक परंपरा में गर्भ के क्रमिक विकास का विश्लेषण (Analysis of the development of the fetus in the Indian …
मेष आदि 12 राशियों का विस्तृत परिचय यहां पर मैं प्रत्येक राशि का वर्णन मूल संस्कृत श्लोक , उसका संस्कृत में पदविभाजन …
राशियों का अंगविभाग , स्वभाव , लिंग , और दोषाधारिता (त्रिदोष सिद्धांत) प्रस्तुत यह जानकारी राशियों का अंगविभाग , स्व…