
Only with a Pure Antahkaran Chatushtaya Can One Realize God | अंतःकरण की शुद्धि से होता है ईश्वर साक्षात्कार
Only with a Pure Antahkaran Chatushtaya Can One Realize God | अंतःकरण की शुद्धि से होता है ईश्वर साक्षात्कार अंतःकरण च…
Only with a Pure Antahkaran Chatushtaya Can One Realize God | अंतःकरण की शुद्धि से होता है ईश्वर साक्षात्कार अंतःकरण च…
श्रीमद्भागवत की पूतना वध कथा: बालकृष्ण ने कैसे किया राक्षसी पूतना का उद्धार? "गोपान् गोकुलरक्षायां निरुप्य मथुरां …
🌸 कृष्ण लीला : बाल्यकाल की दिव्य चंचल कथाएँ 🌸 बालकृष्ण की मधुर लीलाओं की एक आध्यात्मिक यात्रा 🔶 भूमिका : ब्रज क…
भारतीय तर्कशास्त्र और श्रीमद्भागवत महापुराण में उसका अनुप्रयोग (A Detailed Exposition on Indian Logic in the Śrīmad …
भागवत कथा: उद्धव प्रसंग भागवत कथा: उद्धव प्रसंग उद्धव-गोपी संवाद श्रीमद्भागवत महापुराण के दशम स्कंध (अध्याय 47) में व…
श्रीकृष्ण : संपूर्णता का प्रतीक श्रीकृष्ण : संपूर्णता का प्रतीक कृष्ण को पूर्णावतार कहा गया है। कृष्ण के जीवन में वह स…
भागवत कथा: जय विजय और सनत्कुमारों की कथा का आध्यात्मिक विश्लेषण भागवत कथा: जय विजय और सनत्कुमारों की कथा का आध्यात्मिक …
यह भागवत पुराण कथा के भव्य आयोजन का चित्र है, जिसमें एक संत कथा सुना रहे हैं और भक्तगण श्रद्धा से सुन रहे हैं। वातावर…
श्लोक: यः स्वानुभावमखिलश्रुतिसारमेकम् अध्यात्मदीपम् अतितितीर्षतां तमोऽन्धम्। संसारिणां करुणयाऽऽह पुराणगुह्यं तं व…
श्लोक: यं प्रव्रजन्तम् अनुपेतम् अपेतकृत्यं द्वैपायनो विरहकातर आजुहाव। पुत्रेति तन्मयतया तरवोऽभिनेदुः तं सर्वभूतहृ…
श्रीमद्भागवत महापुराण: स्कंध 1, अध्याय 1, श्लोक 3 श्लोक: निगमकल्पतरोर्गलितं फलं शुकमुखादमृतद्रवसंयुतम्। पिबत भागवतं रसम…
"निगमकल्पतरोर्गलितं फलम्" का गहन विश्लेषण श्रीमद्भागवत महापुराण (1.1.3) के संदर्भ में किया जाता है। यह वाक्…
"शुकमुखादमृतद्रवसंयुतम्" का गहन विश्लेषण श्रीमद्भागवत महापुराण (1.1.3) के संदर्भ में किया जाता है। यह वाक्य…