Navratri Special: नवरात्रि 9 दिन ही क्यों होती है? | Why Navratri is Celebrated for 9 Days
🪔 नवरात्रि का अर्थ और महत्व (Meaning of Navratri)
🌿 साल में चार नवरात्रियाँ (Types of Navratri)
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चैत्र नवरात्रि (Big Navratri) – मार्च–अप्रैल (गर्मी का आरंभ)
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शारदीय नवरात्रि (Small Navratri) – सितम्बर–अक्टूबर (सर्दी का आरंभ)
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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि – जून–जुलाई (तांत्रिक साधना के लिए)
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माघ गुप्त नवरात्रि – जनवरी–फरवरी (रहस्यमयी साधना)
👉 सामान्य नवरात्रियाँ शक्ति की उपासना के लिए, जबकि गुप्त नवरात्रियाँ तांत्रिक साधना के लिए मानी जाती हैं।
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Navratri Special: नवरात्रि 9 दिन ही क्यों होती है? | Why Navratri is Celebrated for 9 Days |
🌎 नवरात्रि और ऋतु परिवर्तन (Navratri and Nature)
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नवरात्रि का समय ऋतु परिवर्तन का समय है।
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इस दौरान शरीर और मन पर प्रकृति का विशेष प्रभाव पड़ता है।
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यदि कोई व्यक्ति इन 9 दिनों में संयम रखे, उपवास और साधना करे तो पूरे वर्ष उसका मन और शरीर स्वस्थ रहता है।
🔢 नौ दिन ही क्यों? (Why Only 9 Days?)
1. अंकशास्त्र और ब्रह्माण्डीय रहस्य
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"9" अंक पूर्ण माना जाता है।
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इसके बाद नए अंकों की पुनरावृत्ति होती है।
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ज्योतिष में 9 ग्रह हैं, जिनका प्रभाव जीवन पर पड़ता है।
2. योग और चक्र साधना
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मनुष्य शरीर में 7 चक्र होते हैं।
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पहले 7 दिन चक्र जागरण के लिए माने गए।
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8वाँ दिन – देवी पूजा।
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9वाँ दिन – शक्ति-सिद्धि और कुंडलिनी जागरण।
👉 इसीलिए नवरात्रि 9 दिन की ही होती है।
🪷 देवी के 9 रूप (Nine Forms of Goddess in Navratri)
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शैलपुत्री
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ब्रह्मचारिणी
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चंद्रघंटा
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कूष्मांडा
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स्कंदमाता
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कात्यायनी
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कालरात्रि (काली)
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महागौरी
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सिद्धिदात्री
👉 हर दिन एक देवी का पूजन साधक की अलग शक्ति को जागृत करता है।
🕉️ निष्कर्ष (Conclusion)
नवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि –
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ऋतु परिवर्तन का वैज्ञानिक पर्व,
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आध्यात्मिक साधना का अवसर,
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योग और चक्र जागरण का मार्ग,
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और देवी शक्ति की उपासना का अद्भुत समय है।
👉 इसीलिए नवरात्रि सिर्फ 9 दिन की ही होती है, न कम न अधिक।