Where is Serenity of Life: Retirement Life की Universal Autobiography
🌿 प्रस्तावना
जब मैंने अपने जीवन के पन्नों को पलटना शुरू किया, तो एक गहरी सच्चाई भीतर उतर आई।
👉 जितने साल मैं जी चुका हूँ, उससे अब कम साल मुझे जीना है।
यह एहसास मेरे भीतर जैसे कोई दीपक जलाकर चला गया। इस रोशनी ने मेरी सोच, मेरे निर्णय और मेरे जीवन जीने का तरीका बदल डाला।
🌼 मेरी अनुभूतियाँ (My Life Experiences)
✨ विदाई और मृत्यु का सत्य
कभी मैं किसी प्रियजन के जाने पर फूट-फूटकर रोता था।
लेकिन अब समझ गया हूँ कि आज नहीं तो कल मेरी भी बारी है।
विदाई अब मुझे डराती नहीं, क्योंकि मृत्यु कोई अंत नहीं, बल्कि एक परिवर्तन है।
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Where is Serenity of Life: Retirement Life की Universal Autobiography |
✨ शक्ति और पद का भ्रम
पहले मैं दूसरों के पैसे, पद और पावर से भयभीत होता था।
आज समझ चुका हूँ कि असली ताक़त सादगी और आत्मबल में छुपी है।
👉 पद, पैसा और प्रतिष्ठा क्षणभंगुर हैं; आत्मसम्मान शाश्वत है।
✨ अपने लिए समय
पहले मुझे लगता था कि दुनिया मेरे कंधों पर टिकी है।
अब समझ चुका हूँ कि मेरे बिना भी सब चलता रहेगा।
👉 इसलिए अब मैं खुद को समय देता हूँ, अपने भीतर झाँकता हूँ।
✨ संवेदनशीलता और करुणा
छोटे दुकानदारों से अब मोलभाव नहीं करता।
कभी-कभी जानता हूँ कि मैं ठगा जा रहा हूँ, फिर भी हँसकर आगे बढ़ जाता हूँ।
👉 कबाड़ वाले की आँखों में चमक देखना मुझे करोड़ों की खुशी देता है।
✨ धैर्य और मौन
बुजुर्गों की वही पुरानी कहानियाँ, बच्चों की वही मासूम बातें…
पहले चिड़चिड़ा जाता था, अब उन्हें धैर्य से सुनता हूँ।
गलत व्यक्ति से बहस करने की बजाय मौन को चुनता हूँ।
👉 मौन में एक गहरा सुकून है।
✨ प्रशंसा की कला
जब मैं किसी के अच्छे विचारों की सच्चे मन से सराहना करता हूँ,
तो मेरे भीतर भी आनंद के फूल खिल जाते हैं।
👉 सच्ची प्रशंसा देना भी एक सेवा है।
✨ व्यक्तित्व और सरलता
पहले मुझे लगता था कि ब्रांडेड कपड़े और मोबाइल ही पहचान बनाते हैं।
अब सीखा हूँ कि व्यक्तित्व विचारों और आचरण से निखरता है।
👉 चमकती हुई आत्मा, किसी भी ब्रांड से कहीं ऊँची होती है।
✨ दूरी और शांति
कुछ लोग अपनी आदतें दूसरों पर थोपना चाहते हैं।
मैंने उन्हें सुधारने की कोशिश छोड़ दी है।
👉 अब मैं उनसे दूरी बनाकर अपने मन की शांति बचाता हूँ।
✨ प्रतिस्पर्धा से मुक्ति
कभी मुझे आगे निकलने की जल्दी थी।
अब अगर कोई मुझे पीछे छोड़ना चाहता है, तो मैं मुस्कुराकर रास्ता दे देता हूँ।
👉 क्योंकि मैं किसी दौड़ में नहीं हूँ।
✨ आत्मसंतोष और प्रेम
अब वही करता हूँ जो मुझे आनंद देता है।
दूसरों को खुश करने के लिए अपना मन मारना छोड़ दिया है।
👉 सबसे बड़ा प्रेम – खुद से प्रेम करना सीख लिया है।
✨ सादगी और प्रकृति
फाइव स्टार होटलों की चकाचौंध अब आकर्षित नहीं करती।
प्रकृति की गोद, खेत की महक और बाजरे की रोटी मुझे कहीं अधिक आनंद देती है।
👉 असली स्वाद सादगी में है।
✨ मौन और आत्मचिंतन
गलत को सही साबित करने की बजाय अब मौन को चुना है।
👉 मौन मेरा कवच है, आत्मचिंतन मेरी शक्ति।
✨ जीवन का यथार्थ
मैंने जाना है कि –
- यह शरीर माता-पिता का दिया हुआ है।
- यह आत्मा प्रकृति का उपहार है।
- यह नाम भी उनका दिया हुआ है।
👉 जब मेरा अपना कुछ भी नहीं, तो लाभ-हानि की गणना कैसी?
✨ समझ और संवेदना
पहले अपनी कठिनाइयाँ सबको सुनाता था।
अब समझ गया हूँ –
👉 जो समझते हैं, उन्हें कहना नहीं पड़ता;
👉 और जिन्हें कहना पड़ता है, वे कभी समझते ही नहीं।
✨ हर पल का आनंद
अब हर पल को जीना सीख गया हूँ।
जीवन छोटा है, अनिश्चित है।
👉 “ये दिन भी बीत जाएँगे” – यही मंत्र मेरा संबल है।
✨ मानव सेवा और दया
आख़िर में मैंने पाया कि आंतरिक आनंद किसी और चीज़ में नहीं,
बल्कि मानव सेवा, जीवदया और प्रकृति सेवा में है।
👉 यही मार्ग मुझे अनंत की ओर ले जाता है।
🌺 उपसंहार – मेरी समझ
अब मुझे अहसास हो गया है कि –
- जीवन कोई दौड़ नहीं है।
- इसका असली आनंद प्रेम, दया और सेवा में है।
- मौन, सादगी और आत्मशांति ही असली धन हैं।
👉 देर से ही सही, पर अब मुझे जीना आ गया है।
(Serenity of Life)