आरती बालकृष्ण की कीजै

Sooraj Krishna Shastri
By -
0

 आरती बालकृष्ण की कीजै ।

अपनों जनम सुफल करि लीजै ।।

श्रीयशुदा को परम दुलारौ ।

बाबा की अखियन कौ तारो ।।


गोपिन के प्राणन को प्यारौ ।

इन पै प्राण निछावरी कीजै ।

आरती बालकृष्ण की कीजै ।।


बलदाऊ कौ छोटो भैया ।

कनुआँ कहि कहि बोलत मैया ।।

परम मुदित मन लेत वलैया ।

यह छबि नयननि में भरि लीजै ।।

आरती बालकृष्ण की कीजै ।।


श्री राधावर सुघर कन्हैया ।

ब्रजजन कौ नवनीत खवैया ।।

देखत ही मन नयन चुरैया ।

अपनौ सरबस इनकूं दीजे ।।

आरती बालकृष्ण की कीजै ।।


तोतरि बोलनि मधुर सुहावै ।

सखन मधुर खेलत सुख पावै ।।

सोई सुकृति जो इनकूं ध्यावै ।

अब इनकूं अपनों करि लीजै ।।

आरती बालकृष्ण की कीजै ।।

Tags:

Post a Comment

0 Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!