ॐ नमः शिवाय! 🙏| सनातन धर्म में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) को सबसे श्रेष्ठ और प्रभावशाली माना गया है। स्कंद पुराण के अनुसार, जो भी भक्त प्रदोष काल (Pradosh Kaal) में महादेव की आराधना करता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
क्या आप भी आने वाले साल 2026 में Pradosh Vrat Dates की सही जानकारी ढूंढ रहे हैं?
अक्सर हिंदी पंचांग और अंग्रेजी कैलेंडर में तारीखों को लेकर असमंजस (confusion) रहता है। लेकिन चिंता न करें! इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं Pradosh Vrat 2026 List का संपूर्ण कैलेंडर।
चाहे आप शनि प्रदोष (Shani Pradosh) का इंतजार कर रहे हों संतान प्राप्ति के लिए, या भौम प्रदोष (Bhauma Pradosh) का कर्ज मुक्ति के लिए—यहाँ आपको जनवरी से दिसंबर 2026 तक की सभी सही तारीखें, शुभ मुहूर्त और Pradosh Vrat Puja Vidhi विस्तार से मिलेगी।
आइए जानते हैं कि 2026 में शिव जी की कृपा बरसाने वाले ये व्रत कब-कब पड़ रहे हैं।
Pradosh Vrat 2026 List: यहाँ देखें 2026 के सभी प्रदोष व्रतों की सही तारीखें (Dates)। जानें शनि प्रदोष, सोम प्रदोष और पूजा विधि (Puja Vidhi) के बारे में पूरी जानकारी
2026 में प्रदोष व्रत कब-कब है? देखें Pradosh Vrat 2026 का पूरा Calendar, शुभ मुहूर्त और भगवान शिव को प्रसन्न करने के अचूक मंत्र। Click करें और जानें
Pradosh Vrat 2026 List: साल 2026 के सभी प्रदोष व्रतों की पूरी लिस्ट (Dates & Shubh Muhurat)
![]() |
| Pradosh Vrat 2026 List: साल 2026 के सभी प्रदोष व्रतों की पूरी लिस्ट (Dates & Shubh Muhurat) |
🕉️ प्रदोष व्रत कैलेंडर 2026 🕉️
| माह (Month) | तारीख (Date) | दिन (Day) | प्रदोष का प्रकार |
|---|---|---|---|
| जनवरी | 01 Jan | गुरुवार | गुरु प्रदोष |
| 16 Jan | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष | |
| 30 Jan | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष | |
| फरवरी | 14 Feb | शनिवार | शनि प्रदोष 🌟 |
| मार्च | 01 Mar | रविवार | रवि प्रदोष |
| 16 Mar | सोमवार | सोम प्रदोष 🌙 | |
| 30 Mar | सोमवार | सोम प्रदोष 🌙 | |
| अप्रैल | 15 Apr | बुधवार | बुध प्रदोष |
| 28 Apr | मंगलवार | भौम प्रदोष 🔥 | |
| मई | 14 May | गुरुवार | गुरु प्रदोष |
| 28 May | गुरुवार | गुरु प्रदोष | |
| जून | 12 June | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष |
| 27 June | शनिवार | शनि प्रदोष 🌟 | |
| जुलाई | 12 July | रविवार | रवि प्रदोष |
| 26 July | रविवार | रवि प्रदोष | |
| अगस्त | 10 Aug | सोमवार | सोम प्रदोष 🌙 |
| 25 Aug | मंगलवार | भौम प्रदोष 🔥 | |
| सितंबर | 08 Sep | मंगलवार | भौम प्रदोष 🔥 |
| 24 Sep | गुरुवार | गुरु प्रदोष | |
| अक्टूबर | 08 Oct | गुरुवार | गुरु प्रदोष |
| 23 Oct | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष | |
| नवंबर | 06 Nov | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष |
| 22 Nov | रविवार | रवि प्रदोष | |
| दिसंबर | 06 Dec | रविवार | रवि प्रदोष |
| 21 Dec | सोमवार | सोम प्रदोष |
🕉️ प्रदोष व्रत 2026 (हिंदी पंचांग अनुसार) 🕉️
| तारीख (Date) | दिन (Day) | हिंदी माह और पक्ष | प्रदोष का प्रकार |
|---|---|---|---|
| 01 जनवरी | गुरुवार | पौष शुक्ल पक्ष | गुरु प्रदोष |
| 16 जनवरी | शुक्रवार | माघ कृष्ण पक्ष | शुक्र प्रदोष |
| 30 जनवरी | शुक्रवार | माघ शुक्ल पक्ष | शुक्र प्रदोष |
| 14 फरवरी | शनिवार | फाल्गुन कृष्ण पक्ष | शनि प्रदोष 🌟 |
| 01 मार्च | रविवार | फाल्गुन शुक्ल पक्ष | रवि प्रदोष |
| 16 मार्च | सोमवार | चैत्र कृष्ण पक्ष | सोम प्रदोष 🌙 |
| 30 मार्च | सोमवार | चैत्र शुक्ल पक्ष | सोम प्रदोष 🌙 |
| 15 अप्रैल | बुधवार | वैशाख कृष्ण पक्ष | बुध प्रदोष |
| 28 अप्रैल | मंगलवार | वैशाख शुक्ल पक्ष | भौम प्रदोष 🔥 |
| 14 मई | गुरुवार | ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष | गुरु प्रदोष |
| 28 मई | गुरुवार | ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष | गुरु प्रदोष |
| 12 जून | शुक्रवार | आषाढ़ कृष्ण पक्ष | शुक्र प्रदोष |
| 27 जून | शनिवार | आषाढ़ शुक्ल पक्ष | शनि प्रदोष 🌟 |
| 12 जुलाई | रविवार | श्रावण कृष्ण पक्ष | रवि प्रदोष |
| 26 जुलाई | रविवार | श्रावण शुक्ल पक्ष | रवि प्रदोष |
| 10 अगस्त | सोमवार | भाद्रपद कृष्ण पक्ष | सोम प्रदोष 🌙 |
| 25 अगस्त | मंगलवार | भाद्रपद शुक्ल पक्ष | भौम प्रदोष 🔥 |
| 08 सितंबर | मंगलवार | आश्विन कृष्ण पक्ष | भौम प्रदोष 🔥 |
| 24 सितंबर | गुरुवार | आश्विन शुक्ल पक्ष | गुरु प्रदोष |
| 08 अक्टूबर | गुरुवार | कार्तिक कृष्ण पक्ष | गुरु प्रदोष |
| 23 अक्टूबर | शुक्रवार | कार्तिक शुक्ल पक्ष | शुक्र प्रदोष |
| 06 नवंबर | शुक्रवार | मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष | शुक्र प्रदोष |
| 22 नवंबर | रविवार | मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष | रवि प्रदोष |
| 06 दिसंबर | रविवार | पौष कृष्ण पक्ष | रवि प्रदोष |
| 21 दिसंबर | सोमवार | पौष शुक्ल पक्ष | सोम प्रदोष |
🕉️ प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का शास्त्रीय महत्व 🕉️
प्रदोष व्रत में ‘प्रदोष काल’ (सूर्यास्त के समय) की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
शास्त्रीय मान्यता के अनुसार इस समय भगवान शिव कैलाश पर्वत पर अत्यंत प्रसन्न मुद्रा में नृत्य करते हैं, और भक्तों की मनोकामनाएँ शीघ्र पूर्ण होती हैं।
इसी कारण प्रदोष काल में की गई पूजा को अत्यंत फलदायी माना गया है।
1️⃣ आवश्यक पूजा सामग्री
🔹 अभिषेक हेतु
- गंगाजल
- कच्चा दूध
- दही
- घी
- शहद
- चीनी
(पंचामृत)
🔹 अर्पण हेतु
- बेलपत्र (सर्वाधिक महत्वपूर्ण)
- धतूरा
- भांग
- मदार के फूल
- सफेद फूल
- चंदन
- अक्षत (साबुत चावल)
- जनेऊ
🔹 आरती हेतु
- दीपक (गाय के घी का)
- धूप
- कपूर
2️⃣ प्रदोष व्रत पूजा विधि (Step-by-Step)
🌅 प्रातः काल (सुबह)
- सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें।
- स्वच्छ, हल्के रंग के वस्त्र (विशेषकर सफेद) धारण करें।
- भगवान शिव के समक्ष जल लेकर व्रत संकल्प लें:
"मम सकल पाप क्षयपूर्वकं
अभीष्ट सिद्धि अर्थे
प्रदोष व्रत करिष्ये।"
- दिन भर मन-ही-मन “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
- इस दिन अन्न एवं नमक का त्याग किया जाता है।
(फलाहार स्वीकार्य है)
🌇 संध्या काल (मुख्य पूजा – प्रदोष काल)
- सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पूर्व पुनः स्नान करें।
- शिवालय जाएँ या घर में मिट्टी/धातु के शिवलिंग की स्थापना करें।
🔸 अभिषेक
- पहले शुद्ध जल से
- फिर पंचामृत से
- अंत में पुनः शुद्ध जल से अभिषेक करें
🔸 श्रृंगार
- शिवलिंग पर चंदन का लेप करें
- अक्षत, धतूरा एवं पुष्प अर्पित करें
🔸 बेलपत्र अर्पण (विशेष नियम)
- बेलपत्र की चिकनी सतह पर चंदन लगाएँ
- डंडी अपनी ओर रखते हुए शिवलिंग पर अर्पित करें
🔸 नैवेद्य
- मौसमी फल या मिठाई का भोग लगाएँ
3️⃣ सिद्ध शिव मंत्र (Mantra)
🔹 मूल पंचाक्षरी मंत्र (जप हेतु)
ॐ नमः शिवाय
- रुद्राक्ष की माला से कम से कम 108 बार जाप करें।
🔹 बेलपत्र अर्पण मंत्र (बिल्वाष्टकम)
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधम्।
त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्॥
अर्थ:
तीन गुणों, तीन नेत्रों और तीन शस्त्रों से युक्त,
तीन जन्मों के पापों का नाश करने वाले भगवान शिव को
मैं यह बेलपत्र अर्पित करता/करती हूँ।
🔹 क्षमा प्रार्थना (पूजा के अंत में)
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्।
पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥
4️⃣ आरती एवं विसर्जन
- अंत में “ॐ जय शिव ओंकारा” आरती गाएँ।
- प्रसाद वितरित करें।
- शाम की पूजा के बाद ही फलाहार ग्रहण करें।
📌 दिन के अनुसार प्रदोष व्रत का महत्व (Quick Reference Table)
| वार (Day) | प्रदोष का नाम | किस कामना के लिए करें? (Main Benefit) |
|---|---|---|
| रविवार | रवि प्रदोष (Ravi Pradosh) | अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए |
| सोमवार | सोम प्रदोष (Som Pradosh) | मन की शांति और इच्छा पूर्ति के लिए |
| मंगलवार | भौम प्रदोष (Bhauma Pradosh) | कर्ज मुक्ति (Debt Relief) और रोग नाश के लिए |
| बुधवार | बुध प्रदोष (Budha Pradosh) | बुद्धि, शिक्षा और संतान की उन्नति के लिए |
| गुरुवार | गुरु प्रदोष (Guru Pradosh) | शत्रु नाश और सफलता के लिए |
| शुक्रवार | शुक्र प्रदोष (Shukra Pradosh) | सुखी दांपत्य जीवन और सौभाग्य के लिए |
| शनिवार | शनि प्रदोष (Shani Pradosh) | संतान प्राप्ति (Progeny) और नौकरी में तरक्की के लिए |

