1.2 अनुसंधान के उद्देश्य, प्रेरणा एवं महत्व
(Objectives, Motivation & Importance)
प्रस्तावना: अनुसंधान का उद्देश्य केवल जानकारी इकट्ठा करना नहीं है, बल्कि 'अज्ञात' (Unknown) से 'ज्ञात' (Known) की ओर यात्रा करना है। शोध के उद्देश्य इसकी दिशा तय करते हैं, जबकि इसका महत्व समाज पर इसके प्रभाव को दर्शाता है।
A. अनुसंधान के उद्देश्य (Detailed Objectives)
शोध पद्धति (Research Methodology) के अनुसार, उद्देश्यों को चार विशिष्ट श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
जब शोधकर्ता किसी ऐसे विषय पर काम करता है जिसके बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। इसका उद्देश्य नई अंतर्दृष्टि (New Insights) विकसित करना है।
किसी व्यक्ति, स्थिति या समूह की विशेषताओं का सही-सही वर्णन करना। जैसे: "भारत में बेरोजगारी की दर क्या है?" (इसमें 'क्यों' नहीं, बल्कि 'क्या' पर जोर होता है)।
यह पता लगाना कि कोई घटना कितनी बार घटित होती है या उसका कारण क्या है। जैसे: "कैंसर किस वजह से बढ़ रहा है?" यह समस्या के निदान पर केंद्रित है।
दो चरों (Variables) के बीच संबंध की जाँच करना। जैसे: "क्या गर्मी बढ़ने से बिक्री घटती है?" यह प्रयोगात्मक शोध का मुख्य उद्देश्य है।
💡 शोध की प्रेरणा (Motivation in Research)
आखिर कोई व्यक्ति इतनी मेहनत करके शोध क्यों करता है? इसके पीछे ये मुख्य प्रेरक तत्व होते हैं:
- डिग्री की चाह (PhD Degree)
- समस्या सुलझाने की चुनौती
- बौद्धिक संतुष्टि (Intellectual Joy)
- समाज सेवा (Service to Society)
- रचनात्मक कार्य (Creativity)
B. अनुसंधान का बहुआयामी महत्व (Multi-dimensional Importance)
हडसन मैक्सिम (Hudson Maxim) ने कहा था, "संदेह अक्सर आविष्कार का अग्रदूत होता है।" अनुसंधान का महत्व जीवन के हर क्षेत्र में है:
सारांश: "जिस प्रकार शरीर के लिए भोजन जरूरी है, उसी प्रकार समाज की प्रगति के लिए अनुसंधान जरूरी है। यह हमें पुरानी मान्यताओं से मुक्त कर नए सत्य से परिचित कराता है।"
