muni and shishya |
1.
आयुर्द्रोणसुते श्रियो दशरथे शत्रुक्षयं राघवे ।
ऐश्वर्य नहुषे गतिश्च पवने मानञ्च दुर्योधने ॥
शौर्य शान्तनवे बलं हलधरे सत्यञ्च कुन्तीसुते ।
विज्ञानं विदुरे भवन्ति भवतां कीर्तिश्च नारायणे ॥
द्रोणपुत्र की तरह दीर्घायु, दशरथ की तरह समृद्धि और राम की तरह शत्रुओं का नाश हो, नहुष की तरह ऐश्वर्य, वायु की तरह गति और दुर्योधन की तरह मान बढ़े । शान्तनुपुत्र की तरह साहस हो, हलधर बलराम जी की तरह शक्ति हो और कुंती के पुत्र की तरह सत्य हो। विदुर की तरह ज्ञान हो, तथा भगवान् नारायण की तरह आपकी कीर्ति हो।
May you have longevity like Drona's son, prosperity like Dasharatha, destruction of enemies like Ram, prosperity like Nahusha, speed like Vayu and honor like Duryodhana. May you have courage like Shantanu's son, may you have strength like Haldhar Balram ji and may you have truth like Kunti's son. May you have knowledge like Vidur, and may you have fame like Lord Narayana.
2.
लक्ष्मीस्ते पंकजश्री निवसतु भवने भारती कण्ठदेशे
वर्द्धन्तां बन्धुवर्गा: सकलरिपुगणा यान्तु पातालदेशम् ।
देश देशे च कीर्ति: प्रसरतु भवतां कुन्दपुष्पेन्दुशुभ्रा
जीव त्वं पुत्रपौत्रै: सकलसुखयुतैर्हायनानां शतैश्च ॥
वह पंकजा माता लक्ष्मी आपके भवन में निवास करे, कंठ में सरस्वती का वास हो, बंधु वर्ग उन्नति को प्राप्त हों, समस्त शत्रु पाताल देश को चले जाएं, देश-विदेश में कुंद पुष्प के समान निर्मल और शुभ्र आपकी कीर्ति का विस्तार हो और आप पुत्र पौत्रों के साथ सकल सुखों से युक्त होकर अनंत काल तक इस पृथ्वी पर विचरण करें।
May that Pankaja Mata Lakshmi reside in your house, may Saraswati reside in your throat, may your brothers and sisters achieve progress, may all enemies go to the underworld, may your fame spread as pure and white as a blunt flower in the country and abroad and you May you wander on this earth with your sons and grandchildren for eternity, enjoying all the happiness.
3.
स्वस्त्यस्तु ते कुशलमस्तु चिरायुरस्तु
गो-वाजि-रत्न-धनधान्यसमृद्धिरस्तु ।
ऐश्वर्यमस्तु बलमस्तु रिपुक्षयोऽस्तु
सन्तानसौख्यसततं हरिभक्तिस्तु ॥
आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु हों, गौओं, घोड़ों, रत्नों और धन-धान्य से समृद्ध होवें। आपका ऐश्वर्य, बल बढ़े और शत्रुओं का नाश हो, सन्तानसुख प्राप्त हो तथा निरन्तर भगवान की भक्ति प्राप्त हो ।
May you be healthy and long lived, rich in cows, horses, gems and wealth. May your wealth, strength increase and enemies be destroyed, children be happy and continuous devotion to God be obtained.
4.
मन्त्रार्था: सफला: सन्तु पूर्णा: सन्तु मनोरथा: ।
शत्रुणां बुद्धिनाशोऽस्तु मित्राणामुदयस्तव ॥
मंत्रों का अर्थ सफल हो और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों। तुम्हारे शत्रुओं की बुद्धि नष्ट हो और तुम्हारे मित्रों का उत्थान हो।
May the meanings of the mantras be successful and may all your desires be fulfilled. May the intelligence of your enemies be destroyed and may your friends rise.
5.
अव्याधिना शरीरेण मनसा च निरामया ।
पूरयन्नर्थिनामाशां त्वं जीव शरदां शतम् ॥
आप रोगमुक्त तथा शरीर और मन से स्वस्थ हों। आप उन लोगों की आशाओं को पूरा करते हुए सौ वर्ष जियें, जो आपको चाहते हैं।
May you be disease free and healthy in body and mind. May you live a hundred years fulfilling the hopes of those who want you.
6.
भद्रमस्तु शिवंचास्तु महालक्ष्मी प्रसीदतु ।
रक्षन्तु त्वां सदा देवा आशीष: सन्तु सर्वदा ॥
आपका कल्याण हो, शुभ हो, मंगल हो, महालक्ष्मी की प्रसन्नता हो, देव आपकी सदा रक्षा करें, हम यह आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
May your welfare, auspiciousness and more auspiciousness, the pleasure of Mahalakshmi, may God always protect you, we offer this blessing.
7.
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी ।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते ॥
जयन्ती, मंगला, काली, भद्रकाली, कपालिनी, दुर्गा, क्षमा, शिवा, धात्री, स्वाहा और स्वधा,आपको नमस्कार है, ।
Jayanti, Mangala, Kali, Bhadrakali, Kapalini, Durga, Kshama, Shiva, Dhatri, Svaha and Swadha, I salute you.
thanks for a lovly feedback