अध्याय 5: मध्यकालीन क्रिसमस परम्पराएँ

Sooraj Krishna Shastri
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यह एक और समृद्ध और विस्तृत छवि है, जिसमें आधुनिक क्रिसमस उत्सव की वैश्विक एकता और पर्यावरणीय स्थिरता को दर्शाया गया है।
यह एक और समृद्ध और विस्तृत छवि है, जिसमें आधुनिक क्रिसमस उत्सव की वैश्विक एकता और पर्यावरणीय स्थिरता को दर्शाया गया है।


अध्याय 5: मध्यकालीन क्रिसमस परम्पराएँ

मध्यकालीन युग (5वीं से 15वीं शताब्दी) के दौरान, क्रिसमस ने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ क्षेत्रीय परंपराओं के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस समय, चर्च ने क्रिसमस को आधिकारिक धार्मिक त्योहार के रूप में स्थापित किया और इसे सामुदायिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बना दिया। इस अध्याय में, हम मध्यकालीन युग में क्रिसमस के विकास, परंपराओं और उसकी धार्मिक एवं सांस्कृतिक भूमिकाओं का अध्ययन करेंगे।


5.1 धार्मिक महत्व

5.1.1 क्रिसमस चर्च सेवाएं

मध्यकालीन युग में क्रिसमस मुख्य रूप से चर्चों में मनाया जाता था।

  • मास (Mass): "क्राइस्ट-मास" (Christ-Mass) शब्द का अर्थ है यीशु मसीह की आराधना के लिए आयोजित विशेष प्रार्थना।
  • चर्च सेवाओं में भजन गायन, पवित्र ग्रंथों का वाचन, और विशेष उपदेश शामिल थे।
  • स्रोत: "मेडिएवल चर्च ट्रेडिशन्स" (जॉन डन)।

5.1.2 धार्मिक नाटकों (मिस्ट्री प्ले) का उद्भव

मिस्ट्री प्ले (Mystery Plays) यीशु मसीह के जन्म, जीवन, और उनके चमत्कारों को मंच पर प्रस्तुत करने वाले नाटक थे।

  • ये नाटक चर्च और सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित किए जाते थे।
  • इनका उद्देश्य अशिक्षित जनता को ईसाई धर्म की शिक्षाओं से परिचित कराना था।
  • स्रोत: "द हिस्ट्री ऑफ रिलीजन इन मिडल एजेज।"

5.2 सामुदायिक परंपराएं

5.2.1 सामूहिक भोज और उत्सव

मध्यकालीन क्रिसमस उत्सव धार्मिक पूजा के साथ-साथ सामुदायिक भोज का अवसर भी था।

  • भोजन:
    • भुना हुआ मांस (विशेष रूप से सूअर और हिरन)।
    • क्रिसमस पुडिंग और पारंपरिक केक।
  • सामूहिक भोज ने समाज के सभी वर्गों को एक साथ आने का मौका दिया।

5.2.2 "लॉर्ड ऑफ मिसरूल" की परंपरा

इस परंपरा के तहत, एक साधारण व्यक्ति को "लॉर्ड ऑफ मिसरूल" चुना जाता था, जो उत्सव के दौरान मनोरंजन का नेतृत्व करता था।

  • इसमें गाने, नृत्य, और मजाकिया गतिविधियां शामिल थीं।
  • स्रोत: "मेडिएवल फेस्टिवल्स एंड कस्टम्स।"

5.3 क्रिसमस कैरोल का विकास

5.3.1 प्रारंभिक कैरोल

मध्यकालीन काल में कैरोल गायन एक महत्वपूर्ण परंपरा बन गई।

  • अधिकांश कैरोल लैटिन में लिखे गए थे और धार्मिक विषयों पर आधारित थे।
  • लोकप्रिय कैरोल: "Gaudete" (Rejoice)।

5.3.2 क्षेत्रीय भाषाओं में कैरोल

12वीं शताब्दी के बाद, कैरोल स्थानीय भाषाओं में गाए जाने लगे।

  • इन गीतों ने धार्मिक संदेशों को आम लोगों तक पहुंचाने में मदद की।
  • स्रोत: "द म्यूजिक ऑफ मिडल एज क्रिसमस।"

5.4 क्रिसमस के प्रतीक और सजावट

5.4.1 सदाबहार पौधों का उपयोग

मध्यकालीन युग में सदाबहार पौधों (जैसे हॉली, आइवी, और मिस्टलेटो) का उपयोग सजावट के लिए किया जाता था।

  • सदाबहार पौधे: जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक।
  • मिस्टलेटो: सुलह और शांति का प्रतीक।

5.4.2 मोमबत्तियां

क्रिसमस की सजावट में मोमबत्तियों का उपयोग प्रकाश और पवित्रता का प्रतीक था।

  • चर्चों और घरों को मोमबत्तियों से सजाया जाता था।

5.5 क्रिसमस और समाज

5.5.1 धर्म और राजनीति का संबंध

मध्यकालीन युग में चर्च का राजनीतिक और सामाजिक जीवन पर गहरा प्रभाव था।

  • क्रिसमस के त्योहार का उपयोग राजा और चर्च के नेताओं द्वारा सामाजिक एकता को बढ़ाने के लिए किया गया।
  • राजा अक्सर जनता के साथ भोज में शामिल होते थे।
  • स्रोत: "द रिलिजन एंड पॉलिटिक्स इन मिडल एज।"

5.5.2 परोपकार और दान

क्रिसमस को गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करने का समय माना जाता था।

  • चर्चों और धनी परिवारों द्वारा भोजन और कपड़ों का दान किया जाता था।

5.6 विवाद और चुनौतियां

5.6.1 पगान परंपराओं का विरोध

मध्यकालीन युग के कुछ धर्मगुरुओं ने क्रिसमस उत्सव में पगान परंपराओं के समावेश का विरोध किया।

  • विशेष रूप से "लॉर्ड ऑफ मिसरूल" जैसी परंपराओं को अशिष्ट माना गया।
  • स्रोत: "क्रिसमस इन चर्च हिस्ट्री।"

5.6.2 सामाजिक असमानता

हालांकि क्रिसमस ने समाज को एकजुट करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ मामलों में यह केवल धनी वर्ग के लिए मनोरंजन बन गया।


5.7 क्रिसमस के क्षेत्रीय विविधता

5.7.1 यूरोप में क्रिसमस

  • इंग्लैंड: मिस्ट्री प्ले और सामूहिक भोज।
  • जर्मनी: सदाबहार वृक्षों का उपयोग।
  • फ्रांस: चर्चों में भव्य प्रार्थना सभाएं।

5.7.2 क्रिसमस का प्रभाव

मध्यकालीन काल में क्रिसमस ने विभिन्न क्षेत्रों की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान में योगदान दिया।


निष्कर्ष

मध्यकालीन युग में क्रिसमस न केवल धार्मिक उत्सव था, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। चर्च ने क्रिसमस को जनता के बीच ईसाई धर्म के संदेश को प्रसारित करने के लिए उपयोग किया। सामूहिक भोज, कैरोल गायन, और मिस्ट्री प्ले जैसी परंपराओं ने क्रिसमस को एक समृद्ध सांस्कृतिक त्योहार बना दिया।

सन्दर्भ:

  1. "मेडिएवल चर्च ट्रेडिशन्स" (जॉन डन)।
  2. "द हिस्ट्री ऑफ रिलीजन इन मिडल एजेज।"
  3. "मेडिएवल फेस्टिवल्स एंड कस्टम्स।"
  4. "द म्यूजिक ऑफ मिडल एज क्रिसमस।"
  5. "क्रिसमस इन चर्च हिस्ट्री।"

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