11.1 संपादन, कोडिंग और सारणीयन (Data Processing: Editing, Coding, Tabulation)

Sooraj Krishna Shastri
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11.1 संपादन, कोडिंग और सारणीयन
(Data Processing: Editing, Coding, Tabulation)

प्रस्तावना: जब हम डेटा इकट्ठा करते हैं, तो वह 'कच्चा' (Raw Data) होता है—अव्यवस्थित, त्रुटिपूर्ण और बिखरा हुआ। विश्लेषण से पहले इसे साफ-सुथरा और व्यवस्थित करना जरूरी है। इसे ही डेटा प्रोसेसिंग कहते हैं।

✂️ 1. संपादन
(Editing)
🏷️ 2. कोडिंग
(Coding)
📊 3. सारणीयन
(Tabulation)
🧺👕
लॉन्ड्री का उदाहरण (The Laundry Analogy):

डेटा प्रोसेसिंग गंदे कपड़ों को धोने जैसा है:
1. संपादन: जेब चेक करना (फटे कपड़े अलग करना, कचरा हटाना)।
2. कोडिंग: टैग लगाना (सफेद अलग, रंगीन अलग, ऊनी अलग)।
3. सारणीयन: अलमारी में तय करके रखना (शर्ट एक तरफ, पैंट दूसरी तरफ)।

1. संपादन (Editing) - सफाई अभियान

कच्चे डेटा की जांच करना ताकि उसमें से गलतियों, कमियों और विसंगतियों को हटाया जा सके।

  • उद्देश्य: डेटा को पूर्ण (Complete), सुसंगत (Consistent) और सटीक (Accurate) बनाना।
  • कार्य: अगर किसी ने फॉर्म में उम्र "200 साल" लिखी है, तो उसे ठीक करना या हटाना।
2. कोडिंग (Coding) - अनुवादक

गुणात्मक उत्तरों (शब्दों) को सांख्यिकीय विश्लेषण के लिए संख्यात्मक प्रतीकों (Numbers/Symbols) में बदलना। कंप्यूटर शब्दों को नहीं, नंबरों को समझता है।

प्रश्न: आपका जेंडर क्या है?
उत्तर: पुरुष → Code: 1
उत्तर: महिला → Code: 2
उत्तर: अन्य → Code: 3

(इसे 'Codebook' बनाना कहते हैं।)

3. सारणीयन (Tabulation) - सजावट

डेटा को संक्षिप्त और तार्किक क्रम में पंक्तियों (Rows) और स्तंभों (Columns) में व्यवस्थित करना। यह डेटा को पढ़ने योग्य बनाता है।

तालिका का शीर्षक (Table Title)
Stub Head
Caption (Col 1)
Caption (Col 2)
Row 1
Data
Data
Row 2
Data
Data
Source / Footnote

निष्कर्ष: "बिना संपादन के डेटा 'कचरा' है, बिना कोडिंग के 'गूंगा' है, और बिना सारणीयन के 'बिखरा' हुआ है। ये तीनों मिलकर ही डेटा को 'सूचना' (Information) बनाते हैं।"

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