2.1 मौलिक बनाम व्यावहारिक अनुसंधान
(Fundamental vs. Applied Research)
प्रस्तावना: अनुसंधान का वर्गीकरण सबसे पहले उसके 'उद्देश्य' (Purpose) के आधार पर किया जाता है। क्या हम शोध केवल ज्ञान बढ़ाने के लिए कर रहे हैं, या किसी समस्या को हल करने के लिए? इसी आधार पर इसके दो मुख्य स्तम्भ हैं।
1. मौलिक अनुसंधान (जड़ें): यह जमीन के नीचे होती हैं। यह दिखाई नहीं देतीं (तत्काल लाभ नहीं), लेकिन पूरे पेड़ को आधार और पोषण देती हैं।
2. व्यावहारिक अनुसंधान (फल): यह शाखाओं पर लगते हैं। यह दिखाई देते हैं और हमारी भूख (समस्या) को शांत करते हैं।
याद रखें: बिना मजबूत जड़ों (सिद्धांत) के फल (समाधान) नहीं उग सकते।
(Fundamental / Basic / Pure)
परिभाषा: वह शोध जिसका मुख्य उद्देश्य ज्ञान के भंडार में वृद्धि करना है, बिना किसी तुरंत व्यावहारिक उपयोग की चिंता किए।
- उद्देश्य: "जिज्ञासा" (Curiosity) को शांत करना।
- परिणाम: नए सिद्धांत (Theories), नियम या सूत्र।
- प्रकृति: सार्वभौमिक (Universal) - यह हर जगह लागू होते हैं।
(Applied / Action)
परिभाषा: वह शोध जिसका उद्देश्य समाज, उद्योग या व्यवसाय की किसी विशिष्ट समस्या का तत्काल समाधान ढूँढना है।
- उद्देश्य: "आवश्यकता" (Necessity) को पूरा करना।
- परिणाम: उत्पाद (Product), तकनीक या समाधान।
- प्रकृति: विशिष्ट (Specific) - यह किसी खास समस्या के लिए होता है।
C. तुलनात्मक विश्लेषण (Comparative Analysis)
| तुलना का आधार | मौलिक अनुसंधान (Fundamental) | व्यावहारिक अनुसंधान (Applied) |
|---|---|---|
| मुख्य प्रश्न | "यह क्यों होता है?" (Why?) (understanding mechanism) |
"हम इसे कैसे सुधार सकते हैं?" (How?) (solving problem) |
| प्रेरणा (Motivation) | बौद्धिक जिज्ञासा (Intellectual Curiosity) | सामाजिक या व्यावसायिक जरुरत (Need) |
| समय सीमा | लचीली (Flexible) - इसमें वर्षों लग सकते हैं। | कठोर (Rigid) - डेडलाइन के भीतर हल चाहिए। |
| क्षेत्र (Scope) | व्यापक (Broad) और सामान्य। | संकीर्ण (Narrow) और विशिष्ट। |
| उपयोग | भविष्य के शोध के लिए आधार बनाता है। | वर्तमान की समस्याओं को हल करता है। |
दोनों का संबंध (Inter-relationship)
ये दोनों एक दूसरे के विरोधी नहीं, बल्कि पूरक (Complementary) हैं।
(जैसे: बिजली की खोज 'मौलिक' थी ➡ बल्ब बनाना 'व्यावहारिक' था।)
