9.4 केस स्टडी विधि
(Case Study Method)
प्रस्तावना: केस स्टडी का अर्थ है किसी एक सामाजिक इकाई (Unit) का गहराई से और विस्तृत अध्ययन करना। यह विधि 'मात्रा' (Quantity) पर नहीं, बल्कि 'गुण' (Quality) और 'गहराई' (Depth) पर ध्यान देती है।
सर्वेक्षण (Survey) एक 'दूरबीन' (Telescope) की तरह है, जो बहुत बड़े क्षेत्र को देखता है, लेकिन सतही तौर पर।
केस स्टडी एक 'सूक्ष्मदर्शी' (Microscope) की तरह है, जो केवल एक छोटी सी बूंद (केस) को देखता है, लेकिन उसके अंदर छिपे हर एक कण को विस्तार से दिखाता है।
A. 'केस' क्या हो सकता है? (What is a Case?)
केस स्टडी में 'केस' का मतलब केवल एक मरीज या अपराधी नहीं है। सामाजिक विज्ञान में 'केस' कुछ भी हो सकता है:
(A Person)
(A Family)
(An Institution)
(An Event - e.g. Riot)
B. केस स्टडी की विशेषताएं (Characteristics)
बर्गेस (Burgess) ने इसे "सामाजिक सूक्ष्मदर्शक" (Social Microscope) कहा है। इसकी मुख्य बातें:
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गहन अध्ययन (Deep Study): इसमें विषय के हर पहलू (भूतकाल, वर्तमान, वातावरण) का अध्ययन होता है।
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गुणात्मक (Qualitative): इसमें आंकड़ों से ज्यादा भावनाओं, कारणों और प्रक्रियाओं पर जोर दिया जाता है।
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बहु-स्रोत (Multiple Sources): जानकारी किसी एक तरीके से नहीं, बल्कि डायरी, पत्र, इंटरव्यू, और अवलोकन सब मिलाकर ली जाती है।
अगर आप 1000 लोगों से एक सवाल पूछें, तो वह सर्वे है (चौड़ाई)।
लेकिन अगर आप 1 व्यक्ति के साथ 6 महीने बिताकर उसकी पूरी जिंदगी समझें, तो वह केस स्टडी है (गहराई)।
C. गुण और दोष (Merits & Demerits)
| गुण (Merits) 👍 | दोष (Demerits) 👎 |
|---|---|
| 1. परिकल्पना का स्रोत: यह नए विचारों और Hypothesis को जन्म देती है। | 1. सामान्यीकरण नहीं (No Generalization): एक व्यक्ति का सच, पूरी दुनिया का सच नहीं हो सकता। |
| 2. संपूर्णता: यह मानव व्यवहार को टुकड़ों में नहीं, बल्कि समग्रता (Holistic) में देखती है। | 2. व्यक्तिपरक (Subjective): शोधकर्ता का अपना नजरिया और भावनाएं निष्कर्ष को प्रभावित कर सकती हैं। |
| 3. दुर्लभ मामले: अनोखी घटनाओं (Rare Cases) के लिए यही एकमात्र विधि है। | 3. समय और लागत: यह बहुत खर्चीली और समय लेने वाली विधि है। |
निष्कर्ष: "केस स्टडी हमें 'क्या' (What) से आगे ले जाकर 'क्यों' (Why) और 'कैसे' (How) का उत्तर देती है। यह मनोविज्ञान और चिकित्सा विज्ञान की रीढ़ है।"
