Naya Nazariya: सफलता पाने का असली तरीका | Root Cause से Problem Solving का राज़
राजस्थान के एक छोटे से कस्बे में एक बालक रहता था। उसकी आँखों में जिज्ञासा थी और मन में जानने-समझने की ललक। वह हमेशा सोचता कि जीवन में आगे कैसे बढ़ा जाए और सफलता कैसे पाई जाए।
उसी कस्बे में एक ज्ञानी गुरुजी भी रहते थे। लोग उनकी विद्या और अनुभव का आदर करते थे। एक दिन वह बालक साहस जुटाकर उनके पास पहुँचा और बोला—
“गुरुजी! मैं कामयाब बनना चाहता हूँ। कृपया बताइए, कामयाबी का रास्ता क्या है?”
उन्होंने रस्सी बालक के हाथ में थमा दी।
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Naya Nazariya: सफलता पाने का असली तरीका | Root Cause से Problem Solving का राज़ |
लेकिन वह गाय बहुत चंचल और उग्र स्वभाव की थी। किसी के भी वश में नहीं आती थी। जैसे ही बालक ने रस्सी थामने की कोशिश की, गाय ने जोरदार छलांग लगाई और रस्सी उसके हाथ से छूट गई।
बालक ने हार नहीं मानी। कई बार कोशिश की, दौड़ता रहा, ठोकरें खाई, धूल में लथपथ हो गया, लेकिन गाय काबू में नहीं आई। अंततः उसने सोचा—“सिर पकड़ने से, रस्सी पकड़ने से या शरीर पकड़ने से कुछ नहीं हो रहा…क्यों न मैं इसकी जड़ यानी पैरों को पकड़ लूँ?”
यह सोचकर वह तेजी से भागा और गाय के पिछले पैरों को पकड़ लिया। पैरों पर पकड़ जमते ही गाय एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई। अब बालक ने आसानी से रस्सी को थामा और उसे खूंटे से बाँध दिया।
यह सुनकर बालक ने उस शिक्षा को आत्मसात कर लिया और जीवन में आगे बढ़ते हुए हर कठिनाई को समझदारी से हल करता गया।
👉 शिक्षा :
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हर समस्या का समाधान तभी संभव है जब हम उसकी जड़ तक पहुँचें।
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सतही स्तर पर संघर्ष करने से थकान मिलती है, परिणाम नहीं।
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असली सफलता वही है, जब व्यक्ति समस्या के मूल कारण को पहचानकर उसे नियंत्रित कर ले।
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यदि हम जड़ पर नियंत्रण पा लें तो पूरा वृक्ष (स्थिति/परिस्थिति) अपने आप संभल जाता है।