खग्रास चन्द्र ग्रहण 2025 (Khagras Chandra Grahan 2025) – तिथि, समय, सूतक काल, राशियों पर प्रभाव और उपाय
7 सितम्बर 2025 को भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा पर खग्रास चन्द्र ग्रहण लगेगा। भारत में दृश्य यह ग्रहण रात 9:57 बजे से प्रारम्भ होकर 1:27 बजे समाप्त होगा। सूतक काल दिन में 1:59 बजे से लगेगा। जानें ग्रहण का समय, सूतक नियम, राशियों पर प्रभाव (शुभ-अशुभ), तथा विशेष उपाय जैसे – स्नान, जप, हवन, दान और नागदान। इस चन्द्र ग्रहण में किन राशियों को लाभ होगा और किन्हें हानि से बचना चाहिए, इसका विस्तृत विवरण यहाँ प्राप्त करें।
🌕 खग्रास चन्द्र ग्रहण – ७ सितम्बर २०२५ (रविवार)
📌 संवत् २०८२, भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा
📌 नक्षत्र – शतभिषा
📌 राशि – कुम्भ
📌 भारत में यह ग्रहण दृश्य होगा
🕑 ग्रहण का काल (समय सारणी)
- ग्रहण स्पर्श (आरम्भ) – रात्रि ०९:५७
- ग्रहण का मध्य – रात्रि ११:४१
- ग्रहण मोक्ष (समाप्ति) – रात्रि ०१:२७ (८ सितम्बर)
- ग्रहण की कुल अवधि – ०३ घंटे २८ मिनट
- ग्रासमान (आवरण की परिमाण) – १.३६७
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खग्रास चन्द्र ग्रहण 2025 (Khagras Chandra Grahan 2025) – तिथि, समय, सूतक काल, राशियों पर प्रभाव और उपाय |
🕉 सूतक काल (वेध)
- सूतक प्रारम्भ – दिन में ०१:५९ बजे से
- सूतक की अवधि – ग्रहण मोक्ष तक
- विशेष नियम –
- सामान्यतः सूतक ३ प्रहर पूर्व लगता है।
- बालक, वृद्ध एवं रोगी के लिए मात्र १ प्रहर (लगभग ३ घंटे पूर्व) मान्य होता है।
- सूतक काल में मूर्ति-स्पर्श, शयन, भोजन आदि वर्जित हैं।
- सूतक प्रारम्भ होने से पूर्व देवकार्य, पितृकार्य, पूजन एवं दानादि पूर्ण कर लेने चाहिए।
🌿 ग्रहण काल में क्या करें?
- ग्रहण स्पर्श के समय स्नान करें।
- ग्रहण के मध्य –
- जप, तप, हवन, पाठ एवं दान करना विशेष फलदायी होता है।
- गोदान, तुलादान, अन्नदान, वस्त्रदान करें।
- सोने अथवा चाँदी का नाग (सर्प) बनवाकर ताम्र-पात्र में रखकर दान करने का विधान है।
- ग्रहण मोक्ष (समाप्ति) के बाद पुनः स्नान करें, घर शुद्ध करें और देव पूजन करें।
♓ राशियों पर प्रभाव
🔴 अनिष्ट राशि (ग्रहण न देखें)
- शतभिषा नक्षत्र
- कुम्भ राशि
🟠 अशुभ राशि
- मिथुन
- कर्क
- सिंह
- तुला
- वृश्चिक
- मकर
- मीन
🟢 शुभ राशि
- मेष
- वृषभ
- कन्या
- धनु
📖 शास्त्रीय मत
- ग्रहण काल में किया गया जप-तप-दान सहस्रगुणा फलदायी होता है।
- ग्रहण को नकारात्मक ऊर्जा का समय माना गया है, इसलिए इसे केवल आध्यात्मिक साधना और आत्मशुद्धि के अवसर के रूप में लेना चाहिए।
✅ संक्षिप्त मार्गदर्शन
- 👶 बालक, 👴 वृद्ध, 🤒 रोगी – सूतक का पालन केवल १ प्रहर करें।
- 🕉 भक्तजन – नामजप, मंत्रजप, हवन, पाठ अवश्य करें।
- 🙏 दान – अन्न, वस्त्र, गोदान एवं नागदान विशेष लाभकारी।
- 🚫 ग्रहण काल में – भोजन, मूर्तिस्पर्श, शयन, तामसिक क्रियाएँ वर्जित।
🕉 महादेव की कृपा से यह खग्रास चन्द्र ग्रहण सभी के लिए कल्याणकारी हो।
हर-हर महादेव!