कलियुग में निषिद्ध पाँच कर्म | Ashwamedh, Gomedh, Sannyas, Shraddha aur Devar Sutotpatti – Kalyug Mein Panch Nishedh Karm
कलियुग में पाँच निषिद्ध कर्म – अश्वमेध, गोमेध, संन्यास, श्राद्ध में मांस, देवर-सुतोत्पत्ति | Brahma Vaivarta Purana Exp…
कलियुग में पाँच निषिद्ध कर्म – अश्वमेध, गोमेध, संन्यास, श्राद्ध में मांस, देवर-सुतोत्पत्ति | Brahma Vaivarta Purana Exp…
सनातन धर्म में सूतक और पातक का अर्थ है जन्म और मृत्यु से उत्पन्न शुद्धि-अशुद्धि की अवधि। सूतक (जन्म अशुद्धि) और पातक (म…
कार्तिक मास भगवान श्रीहरि विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इस माह में किया गया दीपदान समस्त व्रतों, यज्ञों और तीर्थस्नानों के…
दीपावली केवल भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने का उत्सव नहीं है, बल्कि यह सतयुग और त्रेतायुग — दोनों युगों की दिव्यता का स…
धनतेरस 2025 (18 अक्टूबर, शनिवार) के दिन यम दीपदान करने का विशेष महत्व बताया गया है। यह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्र…
जानिए कैसे रविवार सप्तमी और कार्तिक मास में सूर्य उपासना, तिल के दीपक, दान, स्नान और तुलसी पूजन से घातक रोगों से मुक्ति…
दान केवल वस्तु देने का कार्य नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि और करुणा का प्रतीक है। इस लेख में प्रस्तुत हैं दान पर संस्कृत श्…
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, life की priorities और peace की जरूरतें बदल जाती हैं। यह लेख “ Badhati Umar Mein Inhe Chhod Dij…
प्रेम, सात्विकता और सदाचार से समाज सुधार का सच्चा मार्ग जानिए। अंधकार से न लड़ें, प्रकाश फैलाएँ — यही है वास्तविक सुधार…
Surya Shashti Vrat 2025, also known as Chhath Puja, celebrates Shashti Devi (Chhath Maiya) and Surya Dev. Learn about i…