कॉपीराइट स्ट्राइक से मिली राहत! अब सरकारी कंटेंट फ्री में इस्तेमाल करें!

Sooraj Krishna Shastri
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कॉपीराइट स्ट्राइक से मिली राहत! अब सरकारी कंटेंट फ्री में इस्तेमाल करें!

नमस्कार दोस्तों!
आज हम एक ऐसे मुद्दे पर बात करने वाले हैं, जिससे हर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर कभी न कभी ज़रूर गुज़रा होगा — कॉपीराइट स्ट्राइक!
तो आइए जानते हैं, क्या हुआ, क्यों हुआ, और अब सरकार ने इससे राहत के लिए क्या बड़ा कदम उठाया है।
अब Use करें Govt. कंटेंट बिना Copyright!
अब Use करें Govt. कंटेंट बिना Copyright!



🧩 क्या है मामला?

हाल ही में ANI (Asian News International) और यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर मोहक मंगल के बीच कॉपीराइट स्ट्राइक को लेकर विवाद हुआ।
मोहक जी ने अपने वीडियो में ANI के 9-11 सेकंड्स के क्लिप्स इस्तेमाल किए थे। नतीजा? सीधा कॉपीराइट स्ट्राइक।

अब सवाल उठता है — क्या यह जायज़ था?
बहुत से क्रिएटर्स को ऐसा लगता है कि न्यूज एजेंसियों या बड़े चैनल्स की छोटी सी फुटेज को फेयर यूज़ के तहत इस्तेमाल किया जा सकता है।
लेकिन अक्सर ऐसा नहीं होता — और फिर लग जाती है स्ट्राइक, और शुरू हो जाती है मानसिक और आर्थिक परेशानी।


🏛️ फिर क्या किया सरकार ने?

इस समस्या को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है।

अब से - दूरदर्शन, आकाशवाणी, PIB, प्रसार भारती जैसी सरकारी मीडिया एजेंसियों की डिजिटल सामग्री —
📽️ वीडियो, 🎧 ऑडियो, 🖼️ इमेजेस, 📜 टेक्स्ट —
सबको सार्वजनिक उपयोग (Public Domain) में डाल दिया गया है।

अर्थात — अब आप इन संस्थाओं की सामग्री का इस्तेमाल कर सकते हैं बिना किसी अनुमति या शुल्क के, और कोई कॉपीराइट स्ट्राइक नहीं होगी।


🛠️ कहां-कहां से क्या-क्या मिलेगा?

PIB (प्रेस सूचना ब्यूरो) – योजनाओं की जानकारी, प्रेस रिलीज़ आदि।
प्रसार भारती पोर्टल – क्यूरेटेड सामग्री पत्रकारों और क्रिएटर्स के लिए।
दूरदर्शन / आकाशवाणी – ऐतिहासिक रिपोर्ट्स, वृत्तचित्र, ऑडियो क्लिप्स।
15 भाषाओं में, 50+ श्रेणियों में उपलब्ध सामग्री।

Twitter पर खुद इन संस्थाओं ने घोषणा की है —
🎉 "कॉपीराइट का टेंशन भगाएं, फ्री कंटेंट पाएं!"


🎯 इसका उद्देश्य क्या है?

सरकार चाहती है कि डिजिटल लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिले।
जो छोटे क्रिएटर्स हैं, उन्हें भी अवसर मिले कि वे सरकारी स्रोतों से गुणवत्तापूर्ण सामग्री लेकर शिक्षा, जागरूकता और जानकारी फैला सकें।


💰 डिजिटल इकॉनमी में कंटेंट क्रिएटर्स की भूमिका

आज लाखों लोग ऐसे हैं जो डिजिटल क्रिएशन से रोज़गार कमा रहे हैं —
चाहे वो एडवरटाइज़मेंट से हो, ब्रांड प्रमोशन से या जानकारीपूर्ण वीडियो से।

कुछ लोग इन्हें "छपरी" कहकर आलोचना करते हैं,
लेकिन ये लोग भारतीय डिजिटल इकॉनमी में एक मजबूत स्तंभ बन चुके हैं।


📢 तो अब आप क्या कर सकते हैं?

  1. सरकारी संस्थाओं की वेबसाइट्स और पोर्टल्स पर जाएं।
  2. वहां से कंटेंट उठाएं — ऑडियो, वीडियो, फोटो — और निर्भीक होकर इस्तेमाल करें।
  3. याद रखें — यह आपके अधिकार का हिस्सा है, सदुपयोग करें, दुरुपयोग नहीं।

📺 समापन संदेश:

तो दोस्तों, उम्मीद है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।
अगर आप भी एक कंटेंट क्रिएटर हैं या बनने की सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए गोल्डन चांस है।

धन्यवाद! 🙏

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