6.3 विवरणात्मक एवं निदानात्मक अभिकल्प
(Descriptive and Diagnostic Design)
प्रस्तावना: अन्वेषणात्मक (Exploratory) शोध के विपरीत, ये दोनों डिजाइन कठोर (Rigid) और संरचित (Structured) होते हैं। इनका उपयोग तब किया जाता है जब हमें समस्या के बारे में पहले से जानकारी होती है और हमें उसका सटीक मापन करना होता है।
(Camera)
"जैसे कैमरा दृश्य की हूबहू तस्वीर खींचता है, वैसे ही यह शोध 'जो है' (What is) उसका वर्णन करता है।"
(Doctor)
"जैसे डॉक्टर बीमारी का कारण खोजता है, वैसे ही यह शोध समस्या की 'जड़' (Root Cause) या 'आवृत्ति' (Frequency) का पता लगाता है।"
A. दोनों में गहरा अंतर (Detailed Breakdown)
यद्यपि दोनों की प्रक्रिया समान होती है, लेकिन इनका उद्देश्य (Purpose) अलग होता है:
इसका उद्देश्य किसी व्यक्ति, समूह या स्थिति की विशेषताओं का सटीक चित्रण करना है। इसमें 'भविष्यवाणी' (Prediction) भी शामिल हो सकती है।
मुख्य प्रश्न: "क्या है?" (What is?)उदाहरण:
- भारत की जनगणना (Census)।
- किसी शहर में साक्षरता दर मापना।
इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि कोई घटना कितनी बार घटित होती है या उसका संबंध किससे है। यह 'समस्या के निदान' पर केंद्रित है।
मुख्य प्रश्न: "क्यों और कितनी बार?" (Why/How often?)उदाहरण:
- "दूध जल्दी खराब क्यों हो रहा है?"
- "लोगों को कैंसर किस आवृत्ति से हो रहा है?"
B. तुलनात्मक सारणी (Comparison Table)
| आधार | विवरणात्मक (Descriptive) | निदानात्मक (Diagnostic) |
|---|---|---|
| फोकस | विशेषताओं का वर्णन (Description). | कारण और आवृत्ति (Cause & Frequency). |
| स्वरूप | कठोर और संरचित (Rigid). | कठोर और संरचित (Rigid). |
| डेटा प्रकार | ज्यादातर मात्रात्मक (Quantitative). | मात्रात्मक और कारणात्मक (Causal). |
| लक्ष्य | जानकारी एकत्र करना। | समस्या का समाधान खोजना। |
चूंकि ये दोनों 'संरचित' (Structured) हैं, इसलिए इनकी कार्यविधि एक जैसी होती है:
- शोध के उद्देश्य को परिभाषित करना (Objective).
- डेटा संकलन की विधियों का चुनाव (Methods).
- सैंपल का चयन (Sampling).
- डेटा इकट्ठा करना और उसकी जांच करना (Data Collection).
- विश्लेषण और रिपोर्ट (Analysis).
(अन्वेषणात्मक शोध में ये चरण इतने व्यवस्थित नहीं होते, लेकिन यहाँ ये अनिवार्य हैं।)
