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श्राद्ध से होने वाले लाभ ! |
🌼 !! श्राद्ध से होने वाले लाभ !! 🌼
“ॐ पितृदेवताभ्यः नमः”
🔷 श्राद्ध का महत्व
📚 शास्त्रों में वर्णित श्राद्ध के लाभ
🔸 कुर्मपुराण
"श्राद्धकर्म में एकाग्र होकर जो भी श्रद्धा से संलग्न होता है, वह समस्त पापों से मुक्त हो मोक्ष को प्राप्त करता है।"
🔸 गरुड़ पुराण
"पितर श्राद्ध से प्रसन्न होकर संतान को आयु, पुत्र, यश, स्वर्ग, पुष्टि, बल, वैभव, धन-धान्य आदि प्रदान करते हैं।"
🔸 मार्कण्डेय पुराण
"श्राद्ध से तृप्त पितर श्राद्धकर्ता को दीर्घायु, संतान, विद्या, राज्य एवं मोक्ष तक प्रदान करते हैं।"
🔸 ब्रह्मपुराण
"श्रद्धा से किया गया शाकाहारी श्राद्ध भी परिवार को दुःखमुक्त कर देता है।""पिण्डों पर गिरने वाली जल-बूँदें पशु-पक्षी योनि में पड़े पितरों का पोषण करती हैं।"
🔸 विष्णु पुराण
"श्रद्धा से किया गया श्राद्ध केवल पितरों को ही नहीं, ब्रह्मा, इंद्र, रुद्र, सूर्य, अग्नि, वायु, पशु-पक्षी आदि समस्त प्राणियों को तृप्त करता है।"
🔸 हेमाद्रि (नागरखंड)
"एक दिन किया गया श्राद्ध पितरों को पूरे वर्ष संतुष्टि देता है।"
🔸 यमस्मृति
"देवता, अग्नि, ब्राह्मण और पितरों की सेवा वास्तव में परमात्मा विष्णु की सेवा ही है।"
🔸 देवल स्मृति
"श्राद्धकर्ता दीर्घायु, स्वस्थ, धनवान, सन्तानवान तथा स्वर्ग एवं लक्ष्मी का अधिकारी होता है।"
🔸 अत्रिसंहिता
"जो पुत्र, पौत्र या भाई पितृकर्म में संलग्न रहते हैं, वे परम गति को प्राप्त करते हैं।"
🕉️ श्राद्धकर्म की सरल विधि
श्रद्धा, प्रेम और शुद्ध आचरण से ही श्राद्ध सफल होता है।केवल जल, तिल, यव, कुश, पुष्प और गो-ग्रास आदि से किया गया श्राद्ध भी पितरों की तृप्ति के लिए पर्याप्त है।
📌 निष्कर्ष:
🪔 🌸 अपने पितरों की मृत्युतिथि पर श्राद्ध अवश्य करें 🌸
यथासंभव ब्राह्मण को भोजन, गो-सेवा, और दान देकर पितरों को तृप्त करें। यही सच्ची श्रद्धांजलि है।
🙏 "ॐ पितृ देवतायै नमः" 🙏
पितृ कृपा से जीवन में शांति, समृद्धि, स्वास्थ्य और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।