संस्कृत श्लोक: "यथैकेन न हस्तेन तालिका संप्रपद्यते" का अर्थ और हिन्दी अनुवाद

Sooraj Krishna Shastri
By -

संस्कृत श्लोक: "यथैकेन न हस्तेन तालिका संप्रपद्यते" का अर्थ और हिन्दी अनुवाद

🙏 जय श्री राम 🌹सुप्रभातम् 🙏
 चयनित यह नीति-वचन अत्यंत सारगर्भित है। यह श्लोक कर्मवाद, पुरुषार्थ और प्रयास के महत्व को अत्यंत सरल परंतु प्रभावी रूप में व्यक्त करता है।
Thought of the day Sanskrit
संस्कृत श्लोक: "यथैकेन न हस्तेन तालिका संप्रपद्यते" का अर्थ और हिन्दी अनुवाद



📜 श्लोक:

यथैकेन न हस्तेन तालिका संप्रपद्यते ।
तथोद्यमपरित्यक्तं कर्म नोत्पादयेत् फलम् ॥


📘 1. शाब्दिक अर्थ:

पद अर्थ
यथा जैसे
एकेन हस्तेन एक हाथ से
तालिका ताली
संप्रपद्यते प्राप्त होती है / उत्पन्न होती है
तथा उसी प्रकार
उद्यम परिश्रम / प्रयास
परित्यक्तं त्याग दिया गया
कर्म कार्य / क्रिया
न उत्पादयेत् फलम् फल उत्पन्न नहीं करता

💡 2. भावार्थ:

जैसे एक हाथ से ताली नहीं बज सकती, उसी प्रकार बिना प्रयास के कोई भी कार्य फल नहीं देता।


🧠 3. विस्तृत व्याख्या:

यह श्लोक एक अत्यंत सशक्त कर्म-प्रेरक नीति है:

🔸 "तालिका" (ताली) — दो हाथों के मिलने से उत्पन्न होती है।

  • एक हाथ से चाहे जितना प्रयास करें, ध्वनि नहीं निकलती।
  • यह प्रतीक है — सहयोग और सक्रियता का।

🔸 "उद्यम" (प्रयास) — यदि किसी कर्म में परिश्रम न किया जाए,

  • तो वह निष्फल रहता है।
  • केवल इच्छाएं रखने से, या भाग्य को दोष देने से सिद्धि नहीं मिलती।

🔄 4. आधुनिक सन्दर्भ में शिक्षा:

क्षेत्र सन्देश
विद्यार्थी जीवन केवल परीक्षा के दिनों में पढ़ने से सफलता नहीं मिलेगी। सतत अभ्यास आवश्यक है।
कर्म क्षेत्र नौकरी, व्यापार, कला या विज्ञान — सबमें निरंतर पुरुषार्थ आवश्यक है।
धार्मिक साधना केवल प्रार्थना नहीं, संयम, अनुशासन और क्रिया चाहिए।
मानव संबंध केवल एक व्यक्ति के प्रयास से संबंध नहीं टिकते — दोनों की सक्रियता आवश्यक है।

🧩 5. नैतिक कथा (संक्षेप में):

एक व्यक्ति भाग्य को कोसता था – “मुझे कुछ नहीं मिला।”
गुरु ने एक हाथ से ताली बजाने को कहा।
व्यक्ति असमर्थ रहा।
गुरु बोले –

“ताली बजती है जब दूसरा हाथ भी उठे।
कर्म ही दूसरा हाथ है।
भाग्य और कर्म — दोनों से जीवन की ताली बजती है।”


🧒 6. बालकों हेतु प्रश्न:

  1. एक हाथ से ताली क्यों नहीं बज सकती?
  2. इस नीति श्लोक से क्या सीख मिलती है?
  3. आपने जीवन में कौन से कार्य कठिन प्रयास से किए?

🖋️ 7. उपयोग हेतु वाक्य (संवादात्मक शैली):

🔹 “बेटा, यदि तुम प्रयास नहीं करोगे, तो केवल सपने देखने से कुछ नहीं होगा।”
🔹 “सिर्फ सोचने से किताब याद नहीं होती, पढ़ना भी जरूरी है।”
🔹 “एक हाथ से ताली नहीं बजती — इसलिए प्रयास करो, सफलता तुम्हारी होगी।”


📌 8. सार वाक्य (Poster Quote):

“भाग्य तभी फलता है जब कर्म उसके साथ ताली बजाता है।”
“कोशिश बिना कोई कहानी पूरी नहीं होती।”


#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!