संस्कृत श्लोक
जीवन छोटा, कार्य अनन्त | Sanskrit Shloka on Time Management and Meaningful Work

जीवन छोटा, कार्य अनन्त | Sanskrit Shloka on Time Management and Meaningful Work

यह संस्कृत श्लोक — “अनन्तकार्यं लघुजीवनञ्च...” — हमें जीवन की वास्तविक प्राथमिकताओं की याद दिलाता है। मानव जीवन अत्यंत …

By -
Read Now
व्यायाम का महत्व (Importance of Exercise) – स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन | Sanskrit Shloka with Meaning

व्यायाम का महत्व (Importance of Exercise) – स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन | Sanskrit Shloka with Meaning

नियमित व्यायाम से स्वास्थ्य, दीर्घायु, बल और सुख प्राप्त होता है। जानिए इस संस्कृत श्लोक का अर्थ, व्याकरणिक विश्लेषण, औ…

By -
Read Now
ज्ञान तभी सार्थक है जब वह आचरण बने | Shastrani Adhitya Api Bhavanti Moorkhah Meaning in Hindi

ज्ञान तभी सार्थक है जब वह आचरण बने | Shastrani Adhitya Api Bhavanti Moorkhah Meaning in Hindi

यह संस्कृत श्लोक — “शास्त्राण्यधीत्यापि भवन्ति मूर्खाः, यस्तु क्रियावान् पुरुषः स विद्वान्” — जीवन में ज्ञान और आचरण के…

By -
Read Now
अरक्षितं तिष्ठति दैवरक्षितं Shlok with Meaning – Destiny vs Effort in Life

अरक्षितं तिष्ठति दैवरक्षितं Shlok with Meaning – Destiny vs Effort in Life

यह संस्कृत श्लोक — “अरक्षितं तिष्ठति दैवरक्षितं, सुरक्षितं दैवहतं विनश्यति” — नियति और पुरुषार्थ के गूढ़ संबंध को उजागर…

By -
Read Now
स्नेह, मित्रता और संयम पर संस्कृत नीति श्लोक | Sanskrit Niti Shlok on Friendship, Wealth & Self-Control with Meaning

स्नेह, मित्रता और संयम पर संस्कृत नीति श्लोक | Sanskrit Niti Shlok on Friendship, Wealth & Self-Control with Meaning

"जानिए संस्कृत नीति श्लोक का गूढ़ अर्थ — सच्चा मित्र कौन है, धन का सही उपयोग क्या है, और संयमित जीवन से सुख कैसे प…

By -
Read Now
लोभ और बुद्धि : Greed Destroys Intellect and Peace – लोभ से उत्पन्न तृष्णा और उसका दुःख

लोभ और बुद्धि : Greed Destroys Intellect and Peace – लोभ से उत्पन्न तृष्णा और उसका दुःख

लोभ (Greed) मनुष्य की बुद्धि को विचलित कर देता है और अंतहीन तृष्णा (unending desire) को जन्म देता है। “लोभेन बुद्धिश्चल…

By -
Read Now
मूर्खता का दुख – Ajatamritamurkhana Varamadyau Na Chantimah | बुद्धिहीन संतान से बड़ी पीड़ा कोई नहीं

मूर्खता का दुख – Ajatamritamurkhana Varamadyau Na Chantimah | बुद्धिहीन संतान से बड़ी पीड़ा कोई नहीं

यह संस्कृत श्लोक सिखाता है कि मूर्खता जीवन का सबसे बड़ा दुःख है। बुद्धि, विवेक और शिक्षा ही वास्तविक संपत्ति हैं, जो मा…

By -
Read Now
लोभ से उत्पन्न होते हैं क्रोध, काम और मोह – जानिए क्यों कहा गया है ‘लोभः पापस्य कारणम्’ | Greed is the Root of All Evil

लोभ से उत्पन्न होते हैं क्रोध, काम और मोह – जानिए क्यों कहा गया है ‘लोभः पापस्य कारणम्’ | Greed is the Root of All Evil

“लोभात्क्रोधः प्रभवति लोभात्कामः प्रजायते। लोभान्मोहश्च नाशश्च लोभः पापस्य कारणम्॥” यह नीति श्लोक हमें बताता है कि लोभ …

By -
Read Now
Vidya Is the Greatest Wealth | वित्तं बंधुर्वयः कर्म विद्या भवति पञ्चमी श्लोकार्थ

Vidya Is the Greatest Wealth | वित्तं बंधुर्वयः कर्म विद्या भवति पञ्चमी श्लोकार्थ

"वित्तं बंधुर्वयः कर्म विद्या भवति पञ्चमी" यह संस्कृत नीति श्लोक जीवन के पाँच आदरणीय तत्वों — धन, संबंधी, आयु…

By -
Read Now
Load More No results found

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!