विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day),उद्देश्य:विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम,मानसिक स्वास्थ्य के प्रमुख पहलू,मानसिक स्वास्थ।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करने, इसके प्रति जागरूकता फैलाने, और मानसिक बीमारियों के प्रति समाज में फैले कलंक को कम करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
उद्देश्य:
- मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देना: मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है।
- मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूकता: जैसे अवसाद, चिंता, तनाव, बाइपोलर डिसऑर्डर, स्किज़ोफ्रेनिया आदि।
- समाज में कलंक को दूर करना: मानसिक समस्याओं को लेकर समाज में जो भ्रांतियाँ हैं, उन्हें दूर करना।
- समर्थन प्रदान करना: मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए संसाधनों और सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- समावेशन को बढ़ावा देना: मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं को हर किसी के लिए सुलभ बनाना।
थीम (Theme):
हर वर्ष इस दिन के लिए एक विशेष थीम होती है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा तय किया जाता है। उदाहरण के लिए:
- 2023 की थीम: "Mental health is a universal human right."
- 2022 की थीम: "Make mental health and well-being for all a global priority."
- विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम है: "कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का समय है"।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम
- यह थीम कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करती है, क्योंकि तनाव, चिंता, और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं वैश्विक उत्पादकता और कर्मचारी कल्याण को प्रभावित करती हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया की लगभग 60% आबादी वैतनिक कार्यों से जुड़ी है, और प्रतिवर्ष तनाव और अवसाद के कारण उत्पादकता में कमी से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लगभग 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होता है।
- इसलिए, कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना न केवल कर्मचारियों की भलाई के लिए, बल्कि समग्र संगठनात्मक सफलता के लिए भी आवश्यक है।
- इस थीम के माध्यम से, व्यवसायों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे अपने कार्यस्थलों में मनोसामाजिक वातावरण को बढ़ावा दें, तनाव को कम करें, और कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करें, जिससे एक स्वस्थ और समावेशी कार्यबल का निर्माण हो सके।
मानसिक स्वास्थ्य के प्रमुख पहलू:
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मानसिक स्वास्थ्य क्या है? मानसिक स्वास्थ्य का मतलब हमारे भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक भलाई से है। यह इस बात को प्रभावित करता है कि हम कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं, और दूसरों के साथ कैसे जुड़ते हैं।
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मानसिक स्वास्थ्य का महत्व:
- बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।
- यह हमारे कार्यक्षमता और उत्पादकता को बढ़ाता है।
- मजबूत मानसिक स्वास्थ्य से रिश्तों में सुधार होता है।
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मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ:
- अवसाद (Depression): लगातार उदासी, थकान, और निराशा का अनुभव।
- चिंता (Anxiety): अत्यधिक चिंता और भय।
- बाइपोलर डिसऑर्डर: मूड में अत्यधिक उतार-चढ़ाव।
- स्किज़ोफ्रेनिया: वास्तविकता का विकृत अनुभव।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए सुझाव:
- योग और ध्यान: तनाव और चिंता को कम करने के लिए।
- व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
- खुलकर बात करें: अपने दोस्तों और परिवार से अपनी भावनाओं को साझा करें।
- संतुलित आहार: स्वस्थ भोजन से दिमाग भी स्वस्थ रहता है।
- विशेषज्ञ की मदद लें: आवश्यकता पड़ने पर मनोचिकित्सक या काउंसलर की मदद लेने से न हिचकिचाएं।
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति कलंक:
- समाज में अभी भी मानसिक बीमारियों को कमजोरी के रूप में देखा जाता है।
- लोग इलाज कराने से डरते हैं, क्योंकि उन्हें समाज द्वारा जज किए जाने का डर होता है।
- इस कलंक को खत्म करने के लिए, मानसिक बीमारियों को सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं की तरह समझना और उनकी चर्चा करना जरूरी है।
मानसिक स्वास्थ्य दिवस कैसे मनाया जाता है?
- अभियान और वर्कशॉप्स: स्कूल, कॉलेज, और कार्यस्थलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- सोशल मीडिया कैंपेन: मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर विशेष पोस्ट और संदेश साझा किए जाते हैं।
- चैरिटी वाक और रन: मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े संगठनों द्वारा धन जुटाने के लिए।
- समुदाय के साथ चर्चा: लोगों को उनकी भावनाओं और संघर्षों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना।
मानसिक स्वास्थ्य और भारत:
भारत में मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ा मुद्दा है:
- मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूकता की कमी।
- मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं और विशेषज्ञों की उपलब्धता में कमी।
- 2017 में, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम (Mental Healthcare Act, 2017) लागू किया गया, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य को हर नागरिक का अधिकार घोषित किया गया।
निष्कर्ष:
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हमें यह याद दिलाता है कि मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। एक स्वस्थ समाज तभी संभव है, जब हर व्यक्ति मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत हो। आइए, मिलकर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाएं और इसे प्राथमिकता बनाएं।
अच्छा बोलो, अच्छा सोचो
अच्छा कर्म करो तुम प्यारे!
तन-मन सकारात्मक ऊर्जा
से भर देगा निश्चय प्यारे!
कर्तापन का बोझ वहन कर
क्यों तनाव में मन लाते हो?
जगन्नियन्ता सब कुछ करता
फिर भी मन क्यों भरमाते हो?
मन दुर्बलता, मन ही सबलता
मन हारा, मन जीता है,
मन प्रसन्न मदमस्त रहो नित
आधा दुःख फिर जीता है।
माना, नहीं सहज जीवन है
मन प्रसन्न कैसे रह पाए,
पर तनाव में रहकर भी क्या
कोई समाधान कर पाए?
रहो समर्पित, करो समर्पण
स्वयं कर्म का दर्शक बनकर,
कभी अकर्म न आए मन में
करो कर्म कर्त्तव्य समझकर।
माना चार दिनों का जीवन
लेकिन कौन जिया इच्छा भर?
उन्नीस बीस भले हो जीवन
जियो उसे भी मन प्रसन्न कर....
- © डॉ निशा कान्त द्विवेदी 🙏
सभी को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
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