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रील्स से ₹50,000 या उससे अधिक मासिक कमाई करने वाले उपयोगकर्ता(2025) |
रील्स से ₹50,000 या उससे अधिक मासिक कमाई करने वाले उपयोगकर्ता(2025)
2025 तक, रील्स से ₹50,000 या उससे अधिक मासिक कमाई करने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या प्लेटफ़ॉर्म्स, कंटेंट की गुणवत्ता, और उनकी फॉलोअर्स की संख्या पर निर्भर करती है। इस आंकड़े को निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर विश्लेषित किया जा सकता है:
1. प्लेटफ़ॉर्म-वार विश्लेषण
(a) टिकटॉक (TikTok):
- उपयोगकर्ता: ~8-10 मिलियन।
मुख्य आय स्रोत:
- ब्रांड प्रमोशन।
- लाइव गिफ्टिंग।
- एड रेवेन्यू शेयर।
(b) इंस्टाग्राम (Instagram):
- उपयोगकर्ता: ~6-8 मिलियन।
मुख्य आय स्रोत:
- ब्रांडेड कंटेंट डील।
- एफिलिएट मार्केटिंग।
- इंस्टाग्राम बोनस प्रोग्राम।
(c) यूट्यूब शॉर्ट्स (YouTube Shorts):
- उपयोगकर्ता: ~4-6 मिलियन।
मुख्य आय स्रोत:
- यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम (YPP)।
- ब्रांड प्रमोशन।
- एफिलिएट लिंक और कोर्स प्रमोशन।
(d) फेसबुक रील्स (Facebook Reels):
- उपयोगकर्ता: ~2-3 मिलियन।
मुख्य आय स्रोत:
- एफिलिएट डील्स।
- इन-स्ट्रीम एड्स।
(e) अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स (स्नैपचैट, मेटावर्स, आदि):
2. उपयोगकर्ताओं का वैश्विक वितरण
क्षेत्र |
₹50,000+ मासिक कमाई करने वाले उपयोगकर्ता |
एशिया |
12-15 मिलियन |
अमेरिका |
5-7 मिलियन |
यूरोप |
3-5 मिलियन |
दक्षिण अमेरिका |
2-3 मिलियन |
अन्य (अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया) |
1-2 मिलियन |
3. प्रमुख श्रेणियों में उपयोगकर्ता
श्रेणी |
₹50,000+ मासिक कमाने वाले उपयोगकर्ता (%) |
मनोरंजन (कॉमेडी, डांस) |
40% |
शिक्षा और कौशल विकास |
20% |
फैशन और ब्यूटी |
15% |
फिटनेस और हेल्थ |
10% |
व्यवसाय और मार्केटिंग |
10% |
सामाजिक जागरूकता |
5% |
4. भारत में रील्स से ₹50,000+ कमाई करने वाले उपयोगकर्ता:
भारत का विश्लेषण:
- कुल उपयोगकर्ता: ~3–5 मिलियन।
मुख्य प्लेटफ़ॉर्म्स:
- इंस्टाग्राम और यूट्यूब शॉर्ट्स।
- उपयोगकर्ता आमतौर पर ब्रांड डील्स और एफिलिएट मार्केटिंग के जरिए कमाते हैं।
श्रेणियाँ:
- मनोरंजन और फैशन ~50%।
- फिटनेस और शिक्षा ~30%।
5. आय के प्रमुख स्रोत
(a) ब्रांड प्रमोशन और विज्ञापन:
- बड़े ब्रांड्स द्वारा माइक्रो और मैक्रो इंफ्लुएंसर से विज्ञापन करवाना।
- ₹10,000–₹5,00,000 प्रति पोस्ट।
(b) एफिलिएट मार्केटिंग:
- एफिलिएट लिंक के माध्यम से बिक्री पर कमीशन।
- उपयोगकर्ता ₹20,000–₹1,00,000 तक कमा सकते हैं।
(c) यूट्यूब और अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स का एड रेवेन्यू:
- यूट्यूब शॉर्ट्स और फेसबुक के इन-स्ट्रीम एड्स।
(d) लाइव गिफ्टिंग और फैन सपोर्ट:
- लाइव सत्रों के दौरान दर्शकों द्वारा गिफ्ट्स।
6. कुल संख्या:
दुनिया भर में:
भारत में:
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रील्स से ₹50,000 या उससे अधिक मासिक कमाई करने वाले उपयोगकर्ता(2025) |
निष्कर्ष:
2025 तक, लगभग 25–30 मिलियन उपयोगकर्ता रील्स के माध्यम से ₹50,000 या उससे अधिक मासिक कमा रहे हैं। इनमें सबसे अधिक योगदान टिकटॉक, इंस्टाग्राम, और यूट्यूब शॉर्ट्स का है। भारत में यह संख्या 3–5 मिलियन के आसपास है, जो तेजी से बढ़ रही है। रील्स क्रिएटर इकोनॉमी ने लोगों के लिए बड़े स्तर पर रोजगार और आय के साधन खोले हैं।