Science: भारत जेन (BharatGPT / Bharat Jain)
यह उद्धरण भारत के पहले स्वदेशी मल्टीमॉडल जनरेटिव एआई मॉडल "भारत जेन (BharatGPT / Bharat Jain)" पर आधारित है।
🔷 भारत जेन (Bharat Jain): परिचय
- भारत का पहला मल्टीमॉडल जनरेटिव एआई मॉडल।
- टेक्स्ट, स्पीच और इमेज को समझने और प्रोसेस करने में सक्षम।
- बहुभाषीय (Multilingual) मॉडल – हिंदी, तमिल, मराठी, कन्नड़, बंगाली, पंजाबी आदि में कार्यशील।
- आम लोगों के लिए – किसान, विद्यार्थी, वैज्ञानिक – मातृभाषा में संवाद करने में सक्षम।
- ओपन-सोर्स: शोधकर्ता, स्टार्टअप्स और उद्योग इसे आसानी से उपयोग और संशोधित कर सकते हैं।
 |
भारत जेन (BharatGPT / Bharat Jain) |
🔷 तकनीकी आधार और विकास
- नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम (NM-ICPS) के अंतर्गत विकसित।
- भारत सरकार द्वारा प्रायोजित परियोजना।
- AI की लोकतांत्रिक पहुंच को सुनिश्चित करने का प्रयास।
🔷 GPU की भूमिका
- GPU (Graphics Processing Unit): AI मॉडल्स को ट्रेन करने में उपयोगी।
- हजारों मैट्रिक्स ऑपरेशन पैरेलल प्रोसेस कर सकता है।
- भारत की कंप्यूटिंग क्षमता अब 34,000 GPUs के पार।
🔷 लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) क्या होता है?
- AI का एक प्रकार जो लाखों-करोड़ों शब्दों से भाषा पैटर्न सीखता है।
- यह मनुष्यों की तरह संवाद कर सकता है।
- GPT, Gemini आदि इसके उदाहरण हैं।
🔷 चैटGPT कैसे काम करता है?
- GPT-3.5 आर्किटेक्चर पर आधारित।
- Deep Learning + Next Word Prediction + Attention Mechanism का उपयोग।
- Auto-regressive modeling द्वारा एक-एक शब्द का अनुमान लगाकर उत्तर बनाता है।
- Context aware responses देने की क्षमता।
🔷 AI और Machine Learning में अंतर
पहलू |
AI |
Machine Learning |
परिभाषा |
बुद्धिमत्ता वाले सिस्टम |
डेटा से पैटर्न सीखने की विधि |
कार्य |
सोचकर निर्णय लेना |
अनुभव से सीखना |
उदाहरण |
रोबोट्स, वॉइस असिस्टेंट |
पूर्वानुमान, क्लासिफिकेशन टूल |
🔷 जनरेटिव AI बनाम सामान्य AI
सामान्य AI |
जनरेटिव AI |
विश्लेषण व क्लासिफिकेशन करता है |
नया कंटेंट उत्पन्न करता है |
उदाहरण: NLP, Recommendation System |
उदाहरण: ChatGPT, DALL-E, Bharat Jain |
🔷 AI का भविष्य
- संभावना: सुपरइंटेलिजेंस (मानव से ज्यादा बुद्धिमत्ता) – अवसर और खतरा दोनों।
- सावधानी, एथिक्स, और जवाबदेही जरूरी।
- एक युग-निर्धारक तकनीक – जिसके बाद जीवन का तरीका बदल जाएगा।
🔷 निष्कर्ष:
AI का उपयोग तभी सार्थक है जब वह स्थानीय, भाषाई, और सामाजिक विविधताओं को समझे। "भारत जेन" जैसे मॉडल डिजिटल समावेशन और भाषाई समानता की ओर एक मजबूत कदम हैं।