विकास और पर्यावरण: मिलेनियम विकास लक्ष्य एवं सतत विकास लक्ष्य, UGC NET/JRF,PAPER I,UNIT IX,POINT I,
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विकास और पर्यावरण: मिलेनियम विकास लक्ष्य एवं सतत विकास लक्ष्य, UGC NET/JRF,PAPER I,UNIT IX,POINT I, |
विकास और पर्यावरण: मिलेनियम विकास लक्ष्य एवं सतत विकास लक्ष्य
भूमिका:
21वीं सदी के प्रारंभ में विश्व मानवता ने दो मुख्य चुनौतियों का सामना किया — विकास का सार्वभौमिक विस्तार और पर्यावरणीय संकट से निपटना। इन दोनों के बीच संबंध जटिल हैं: जहाँ विकास मानव जीवन की गुणवत्ता को सुधारता है, वहीं अनियंत्रित विकास पर्यावरण को हानि पहुँचाता है। इस संतुलन को साधने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने क्रमशः मिलेनियम विकास लक्ष्य (MDGs) और सतत विकास लक्ष्य (SDGs) की अवधारणाएँ प्रस्तुत कीं।
1. विकास बनाम पर्यावरण – द्वंद्वात्मक संबंध:
क. विकास के उद्देश्य:
- गरीबी उन्मूलन
- स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार एवं जीवनस्तर में वृद्धि
- आधारभूत ढाँचा (बिजली, सड़क, पानी)
- आर्थिक प्रगति
ख. पर्यावरण की चिंता:
- प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन
- जैव विविधता का क्षरण
- जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापमान में वृद्धि
- प्रदूषण (जल, वायु, मृदा, ध्वनि)
ग. द्वंद्व का समाधान:
विकास की प्रक्रिया को "सतत" (Sustainable) बनाकर ही दीर्घकालीन मानव उन्नति सुनिश्चित की जा सकती है।
2. मिलेनियम विकास लक्ष्य (MDGs) – 2000–2015
उत्पत्ति:
- 2000 में 189 देशों द्वारा UN महासभा में अंगीकृत।
- उद्देश्य: वर्ष 2015 तक विकासशील देशों में मानव जीवन को मूलभूत आवश्यकताओं के स्तर तक उठाना।
आठ लक्ष्य (8 MDGs):
क्र. | लक्ष्य | उद्देश्य |
---|---|---|
1 | अत्यधिक गरीबी और भूख समाप्त करना | प्रतिदिन $1.25 से कम पर जीने वालों की संख्या घटाना |
2 | सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा | सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराना |
3 | लैंगिक समानता | लड़कियों और महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना |
4 | बाल मृत्यु दर घटाना | 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर को दो-तिहाई तक कम करना |
5 | मातृ स्वास्थ्य सुधार | मातृत्व मृत्यु दर में कमी |
6 | HIV/AIDS, मलेरिया, और अन्य बीमारियों से लड़ना | रोकथाम और उपचार का विस्तार |
7 | पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करना | सतत पर्यावरणीय नीतियाँ अपनाना |
8 | वैश्विक साझेदारी | व्यापार, सहायता और तकनीकी सहयोग |
MDGs की उपलब्धियाँ व सीमाएँ:
उपलब्धियाँ | सीमाएँ |
---|---|
गरीबी में उल्लेखनीय कमी | विकासशील देशों पर केंद्रित |
बाल मृत्यु दर में गिरावट | पर्यावरणीय पहल सीमित |
प्राथमिक शिक्षा की सुलभता | टिकाऊ रणनीतियों का अभाव |
3. सतत विकास लक्ष्य (SDGs) – 2015–2030
परिकल्पना और उद्देश्य:
- 2015 में UN द्वारा अंगीकृत।
- उद्देश्य: मानवता, पृथ्वी और समृद्धि के लिए साझा वैश्विक कार्ययोजना।
मुख्य सिद्धांत:
- तीन स्तंभ: आर्थिक विकास, सामाजिक समावेश, पर्यावरणीय संरक्षण
- "Leave No One Behind" (किसी को पीछे न छोड़ें)
- विकसित और विकासशील दोनों देशों के लिए समान रूप से लागू
17 सतत विकास लक्ष्य (संक्षेप में):
- गरीबी हटाना
- भूख समाप्त करना
- स्वास्थ्य और कल्याण
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
- लैंगिक समानता
- स्वच्छ जल और स्वच्छता
- सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा
- आर्थिक विकास और सभ्य कार्य
- औद्योगिकीकरण और नवाचार
- असमानताओं की समाप्ति
- सतत शहर और बस्तियाँ
- उत्तरदायी खपत और उत्पादन
- जलवायु परिवर्तन की कार्यवाही
- समुद्री जीवन की रक्षा
- स्थलीय पारिस्थितिकी का संरक्षण
- शांति, न्याय और संस्थागत विकास
- वैश्विक साझेदारी
SDGs में पर्यावरणीय लक्ष्य विशेषतः:
- लक्ष्य 6, 7, 12, 13, 14, 15 सीधे पर्यावरण से जुड़े हैं।
- इनका उद्देश्य है: कार्बन उत्सर्जन में कटौती, जल संरक्षण, पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखना।
4. भारत और SDGs:
नीति प्रयास:
- नीति आयोग – SDG इंडेक्स तैयार करता है।
- योजनाएँ जैसे – जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, PM-KUSUM, वन्य जीवन संरक्षण कार्यक्रम
- SDG के अनुकूल बजटीय आवंटन और ग्राम स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन।
5. विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन हेतु समाधान:
क्षेत्र | समाधान |
---|---|
नीति | ग्रीन बजट, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन, पारिस्थितिकीय क्षतिपूर्ति नीति |
प्रौद्योगिकी | हरित ऊर्जा, कार्बन कैप्चर, अपशिष्ट प्रबंधन नवाचार |
शिक्षा | पर्यावरण शिक्षा, SDG जागरूकता |
सामाजिक सहभागिता | जन भागीदारी, NGOs, युवा भागीदारी |
अर्थव्यवस्था | सर्कुलर इकॉनमी, ग्रीन टैक्सेशन, हरित नौकरियाँ |
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