Are you looking for the complete and accurate NCERT Solutions for Class 10 Sanskrit Chapter 11 'Pranebhyo'pi Priyah Suhrad'? In this post, we have provided a detailed explanation of all the questions from the Shemushi Part 2 textbook. This chapter, based on the play 'Mudrarakshasam', highlights the unparalleled friendship of Chandan Das.
क्या आप कक्षा 10 संस्कृत पाठ 11 'प्राणेभ्योऽपि प्रियः सुह्रद्' के प्रश्न-उत्तर (Question Answer) खोज रहे हैं? इस आर्टिकल में हमने शेमुषी भाग 2 (Shemushi Part 2) के इस महत्वपूर्ण पाठ का सम्पूर्ण अभ्यास हल (NCERT Solutions) दिया है। यह पाठ 'मुद्राराक्षसम्' नाटक पर आधारित है, जो मित्रता और त्याग का अद्भुत उदाहरण है। यहाँ आपको एकपदेन, पूर्णवाक्येन, संधि-विच्छेद और प्रश्न-निर्माण जैसे सभी प्रश्नों के सटीक उत्तर सारणी (Table) के रूप में मिलेंगे, जो आपकी परीक्षा की तैयारी को आसान बनाएंगे।
Class 10 Sanskrit Chapter 11 Pranebhyo'pi Priyah Suhrad Question Answer | NCERT Solutions (प्राणेभ्योऽपि प्रियः सुह्रद् प्रश्न-उत्तर)
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| Class 10 Sanskrit Chapter 11 Pranebhyo'pi Priyah Suhrad Question Answer Table |
कक्षा 10 संस्कृत (शेमुषी भाग 2)
पाठ 11 – प्राणेभ्योऽपि प्रियः सुहृत् (अभ्यास-प्रश्नोत्तराणि)
प्रश्न 1. एकपदेन उत्तरं लिखत (एक शब्द में उत्तर दें)
| क्र. |
प्रश्न (Question) |
उत्तर (Answer) |
| (क) |
क: चन्दनदासं द्रष्टुम् इच्छति? |
चाणक्यः |
| (ख) |
चन्दनदासस्य वणिज्या कीदृशी आसीत्? |
मणिकारम् |
| (ग) |
किं दोषम् उत्पादयति? |
ततस्तत्प्रच्छादनम् |
| (घ) |
चाणक्यः कं द्रष्टुम् इच्छति? |
चन्दनदासम् |
| (ङ) |
कः शङ्कनीयः भवति? |
चन्दनदासम् |
प्रश्न 2. अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृतभाषया लिखत
| क्र. |
प्रश्न |
उत्तर |
| (क) |
चन्दनदासः कस्य गृहजनं स्वगृहे रक्षति स्म? |
चन्दनदासः अमात्यराक्षसस्य गृहजनं स्वगृहे रक्षति। |
| (ख) |
तृणानां केन सह विरोधः अस्ति? |
तृणानाम् अग्निना सह विरोधः अस्ति। |
| (ग) |
पाठेऽस्मिन् चन्दनदासस्य तुलना केन सह कृता? |
पाठेऽस्मिन् चन्दनदासस्य तुलना शिविना सह कृता। |
| (घ) |
प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः प्रतिप्रियं के इच्छन्ति? |
प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः प्रतिप्रियं राजानः इच्छन्ति। |
| (ङ) |
कस्य प्रसादेन चन्दनदासस्य वणिज्या अखण्डिता? |
आर्यस्य (चाणक्यस्य) प्रसादेन चन्दनदासस्य वाणिज्या अखण्डिता। |
प्रश्न 3. प्रश्ननिर्माणं कुरुत
| क्र. |
वाक्य |
प्रश्नवाचक पद |
| (क) |
शिविना विना इदं दुष्कर कार्य कः कुर्यात्। |
केन |
| (ख) |
प्राणेभ्योऽपि प्रियः सुहृत्। |
कः |
| (ग) |
आर्यस्य प्रसादेन मे वणिज्या अखण्डिता। |
कस्य |
| (घ) |
प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः राजानः प्रतिप्रियमिच्छन्ति। |
के |
| (ङ) |
तृणानाम् अग्निना सह विरोधो भवति। |
केषाम् |
प्रश्न 4. यथानिर्देशमुत्तरत
| क्र. |
प्रश्न / वाक्य |
निर्देश |
उत्तर |
| (क) |
'अखण्डिता मे वणिज्या' |
क्रियापदं किम्? |
अखण्डिता |
| (ख) |
पूर्वम् ‘अनृतम्’ इदानीम् आसीत् |
‘अधुना’ इति पदस्य पर्याय |
इदानीम् |
| (ग) |
‘आर्य! किं में भयं दर्शयसि’ |
‘आर्य’ सम्बोधन किसके लिए है? |
चाणक्याय |
| (घ) |
‘प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः प्रतिप्रियमिच्छन्ति राजानः’ |
कर्तृपदं किम्? |
राजानः |
| (ङ) |
‘तस्मिन् समये आसीदस्मद्गृहे’ |
विशेष्यपद किम्? |
समये |
प्रश्न 5. सन्धिं / सन्धिविच्छेदं कुरुत
| क्र. |
विच्छेद पद |
सन्धियुक्त पद |
| (क) |
क: + अपि |
कोऽपि |
|
प्राणेभ्य: + अपि |
प्राणेभ्योऽपि |
|
सज्जः + अस्मि |
सज्जोऽस्मि |
|
आत्मनः + अधिकारसदृशम् |
आत्मनोऽधिकारसदृशम् |
| (ख) |
सत् + चित् |
सच्चित् |
|
शरत् + चन्द्र: |
शरच्चन्द्रः |
|
कदाचित् + च |
कदाचिच्च |
प्रश्न 6. शुद्धं विकल्पं विचित्य रिक्तस्थानानि पूरयत
| क्र. |
वाक्य |
विकल्प |
सही उत्तर |
| (क) |
_______ विना इदं दुष्करं कः कुर्यात्। |
चन्दनदासस्य / चन्दनदासेन |
चन्दनदासेन |
| (ख) |
_______ इदं वृत्तान्तं निवेदयामि। |
गुरवे / गुरोः |
गुरवे |
| (ग) |
आर्यस्य _______ अखण्डिता मे वणिज्या। |
प्रसादात् / प्रसादेन |
प्रसादेन |
| (घ) |
अलम् _______। |
कलहेन / कलहात् |
कलहेन |
| (ङ) |
वीरः _______ बालं रक्षति। |
सिंहेन / सिंहात् |
सिंहात् |
| (च) |
_______ भीतः मम भ्राता सोपानात् अपतत्। |
कुक्कुरेण / कुक्कुरात् |
कुक्कुरात् |
| (छ) |
छात्रः _______ प्रश्नं पृच्छति। |
आचार्यम् / आचार्येण |
आचार्यम् |
प्रश्न 7. समुचितविलोमपदानि
| क्र. |
शब्द |
विलोम शब्द |
| (क) |
अनादरः |
आदरः |
| (ख) |
दोषः |
गुणः |
| (ग) |
पूर्वम् |
पश्चात् |
| (घ) |
सत्यम् |
असत्यम् |
| (ङ) |
इदानीम् |
तदानीम् |
| (च) |
अत्र |
तत्र |
प्रश्न 8. पदानि प्रयुज्य वाक्यानि रचयत
| क्र. |
पद |
वाक्य प्रयोग |
| (क) |
उपसृत्य |
अहम् आचार्यम् उपसृत्य पठामि। |
| (ख) |
प्रविश्य |
सः कक्षाम् प्रविश्य अवदत्। |
| (ग) |
द्रष्टुम् |
बाल: मातरं द्रष्टुम् इच्छति। |
| (घ) |
इदानीम् |
इदानीम् त्वं कुतः आगच्छसि? |
| (ङ) |
अत्र |
सा अत्र आगृत्य वदति। |
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