नवग्रहों की उच्च-नीच राशियों और परमोच्च-अवमुक्त अंशों का निर्धारण
यहां जो श्लोक (49–50) प्रस्तुत किए गए हैं, वे नवग्रहों के उच्च-नीच राशियों और परमोच्च-अवमुक्त अंशों के निर्धारण से संबंधित हैं। यह ज्ञान जन्मकुंडली और गोचर फलादेश में अत्यंत उपयोगी होता है।
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नवग्रहों की उच्च-नीच राशियों और परमोच्च-अवमुक्त अंशों का निर्धारण |
🌟 ग्रहों की उच्च एवं नीच राशियाँ (श्लोक 49–50 सहित)
📜 श्लोक 49:
२ मेषो वृषो मृगः कन्या कर्को मीनस्तथा तुला ।
सूर्यादीनां क्रमादेते कथिता उच्चराशयः ॥४९॥
भावार्थ:
सूर्यादि ग्रहों के लिए उच्च राशियाँ इस क्रम में हैं:
ग्रह |
उच्च राशि |
राशि क्रमांक |
☉ सूर्य |
🐏 मेष |
1 |
☽ चन्द्र |
🐄 वृषभ |
2 |
♂ मंगल |
🐐 मकर |
10 |
☿ बुध |
♍ कन्या |
6 |
♃ गुरु |
♋ कर्क |
4 |
♀ शुक्र |
♓ मीन |
12 |
♄ शनि |
⚖ तुला |
7 |
📜 श्लोक 50:
भागादशत्रयोष्टाश्च स्थित्योधक्षाभमिता नखा: ।
उच्चात् सप्तमभं नीचं तैरेवांशैः प्रकीर्तितम् ॥५०॥
भावार्थ:
- प्रत्येक ग्रह की उच्च राशि में परमोच्च स्थिति का अंश भिन्न-भिन्न होता है।
- उसी राशि से सातवीं राशि में ग्रह नीच (debilitated) माने जाते हैं।
ग्रह |
उच्च राशि |
परमोच्च अंश |
नीच राशि (उच्च से 7वीं) |
नीच का अंश |
☉ सूर्य |
मेष |
♈ 10° |
तुला ⚖ |
♎ 10° |
☽ चन्द्र |
वृषभ |
♉ 3° |
वृश्चिक ♏ |
♏ 3° |
♂ मंगल |
मकर |
♑ 28° |
कर्क ♋ |
♋ 28° |
☿ बुध |
कन्या |
♍ 15° |
मीन ♓ |
♓ 15° |
♃ गुरु |
कर्क |
♋ 5° |
मकर ♑ |
♑ 5° |
♀ शुक्र |
मीन |
♓ 27° |
कन्या ♍ |
♍ 27° |
♄ शनि |
तुला |
♎ 20° |
मेष ♈ |
♈ 20° |
📊 सारणी रूप में उच्च-नीच स्थिति सहित
ग्रह |
उच्च राशि |
उच्च अंश |
नीच राशि |
नीच अंश |
☉ सूर्य |
मेष ♈ |
10° |
तुला ♎ |
10° |
☽ चन्द्र |
वृष ♉ |
3° |
वृश्चिक ♏ |
3° |
♂ मंगल |
मकर ♑ |
28° |
कर्क ♋ |
28° |
☿ बुध |
कन्या ♍ |
15° |
मीन ♓ |
15° |
♃ गुरु |
कर्क ♋ |
5° |
मकर ♑ |
5° |
♀ शुक्र |
मीन ♓ |
27° |
कन्या ♍ |
27° |
♄ शनि |
तुला ♎ |
20° |
मेष ♈ |
20° |
🔎 विशेष टिप्पणियाँ:
- परमोच्च अंश उस बिंदु को दर्शाता है जहाँ ग्रह अपनी पूर्णतम शक्ति में होता है।
- नीच राशियाँ में ग्रह कमजोर होता है, किन्तु नीचभंग राजयोग जैसे योग से यह अशुभता समाप्त भी हो सकती है।
- नीच राशियों में स्थित ग्रह यदि उच्च राशि के स्वामी या चंद्र से केंद्र में हो, या स्वग्रही/उच्च ग्रहों से युक्त/दृष्ट हो तो उसका नकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है।